जिला पर्यावरण समिति व परिसंकटमय आपशिष्ठों के व्ययन स्थल के चयन के संबंध में जिला स्तरीय बैठक शुक्रवार को जिला कलेक्टर नरेश कुमार ठकराल की अध्यक्षता में उनके कक्ष में आयोजित की गई। जिला कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि पूरे जिले में प्लास्टिक कैरी बैग के उपयोग की रोकथाम के लिए मुहिम चलाया जाएगा जिसमें जन भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। ब्लॉक स्तर पर भी उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार , सभी नगरपालिकाओं, पर्यावरण प्रदुषण विभाग एवं नगर परिषद क्षेत्रों में संयुक्त रूप से विशेष अभियान चलाया जाएगा। 5 जून से पूर्व जिले में प्रचार-प्रसार के लिए आईसी एक्टीविटीज संबंधित विभागों द्वारा चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक कैरी बैग की रोकथाम के लिए मॉल, दुकानों, सब्जी मण्डी, ठैलों आदि स्थानों पर प्लास्टिक थैली के जप्ती के लिए लगातार अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 18 जून तक जन जागरूकता अभियान में बसों, दुकानों, ठैलों आदि पर सघन जांच की जाएगी, थैली मिलने पर जप्त कर सीधा केस मालिक पर किया जाएगा। उन्होंने श्रमदान मार्ग पर दुकानदारों के सामने किये गये अतिक्रमण हटाने के निर्देश आयुक्त नगर परिषद को दिये।आयुक्त नगर परिषद श्रवण विश्नोई ने बताया कि प्लास्टिक कैरी बैग की रोकथाम के लिए फुटकर व्यापारियों को बुलाकर समझाया जाएगा। सीओ स्काउट गाईड बसंत लाटा ने बताया कि स्काउट गाईडस के द्वारा अभियान के दौरान रैली, पोस्टर, निबंध, नाटक आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। मारू स्कूल में चल रहा प्रशिक्षण शिविर में बालिकाओं को अखबार की थैली बनाकर उन्हें मेडिकल दुकानों पर निःशुल्क वितरण किया जाएगा। पर्यावरण प्रदुषण विभाग कपड़ों की थैले बनवाकर प्रमुख स्थानों पर वितरण करेंगे, कपड़ों की व्यवस्था किसी कंपनी से सम्पर्क कर प्राप्त करेंगे। उपवन संरक्षक राजेन्द्र हुड्डा ने अपशिष्ठों के व्ययन स्थलों पर वृक्षा रोपण, अपशिष्ठों का निस्तारण, अस्पतालों के बायोमडिकल कचरे का निस्तारण करने की विस्तृत चर्चा की। बैठक में संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया।