गांव खेमाणा में
सादुलपुर,तहसील के गांव खेमाणा में पेयजल संकट में सुधार नहीं होने के कारण ग्रामीणों को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। गांव में चार पीएसपी अभी भी ऐसी है, जहां पर पानी नहीं पहुंच पा रहा है। प्रचंड गर्मी व लू के मौसम में महिलाओं, पुरूषों एवं स्कूली बच्चों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। पेयजल संकट में सुधार नहीं होने पर रविवार दोपहर में ग्रामीणों ने एकत्रित होकर मटके फोडक़र और विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। किसान नेता जगतसिंह व मनोज पूनिया के नेतृत्व में पेयजल संकट में सुधार नहीं होने पर मटके फोड़े और विभाग व नेताओं के खिलाफ नारे लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों के अनुसार उनके गांव में पेयजल आपूर्ति के लिए पांच पीएसपी लगी हुई है, जिनमें से चार पीएसपी में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। केवल एक पीएसपी में कम मात्रा में पानी पहुंचता है जिससे 300 घरों की आबादी वाले गांव में पेयजल का सही वितरण नहीं हो पा रहा है। ग्रामीण महिलाएं एवं स्कूली बच्चे सुबह से शाम तक पीएसपी पर खड़े होकर अपनी बारी की प्रतिक्षा करते हैं। ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए भयंकर किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। वे 700-800 रूपए चुकाकर टेंकर डलवाकर अपना जीवन बसर कर रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार गर्मी के मौसम में आधा गांव प्यासा ही रहता है। ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि अगर समय रहते पेयजल आपूर्ति में सुधार नहीं हुआ तो वे जन आंदोलन करेंगे।