चूरू, शेखावटी अंचल के साथ पूरे राजस्थान में अपनी पहचान स्थापित करने वाले चूरू के वरिष्ठ अधिवक्ता असगर खान की तीसरी पुण्यतिथि पर उनके पुत्रों ने चूरू बार अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह के मुख्य आतिथ्य में जिला मुख्यालय स्थित राजकीय विधि महाविद्यालय में विधि छात्रों हेतु पुस्तके भेंट की। सुरेंद्र सिंह ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि एडवोकेट असग़र खान आप स्वयं में विधि की लाइब्रेरी थे, पुस्तकें ही उनका जीवन थी। एडवोकेट असगर खान के पुत्र एवं लोहिया महाविद्यालय के सह आचार्य डॉ जे बी खान ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जीवन युवाओं के लिए आदर्श था। आरजेएस की परीक्षा में होने वाली स्केलिंग पद्धति को उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में बहस करके अवैध घोषित करवाया था, जिससे आज पढ़ने वाले विद्यार्थियों का चयन होने लग गया है।
डॉ खान ने बताया कि विधि कॉलेज के प्राचार्य ने “पुस्तक दान महादान की अवधारणा के साथ” उनको पुस्तकों के दान हेतु प्रेरित किया। विधि महाविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष दिव्यांश भावसिंहका ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
इस अवसर पर उनके पुत्रों चंगेज़ खान एवं एडवोकेट नासिर खान सहित एडवोकेट महेश प्रताप सिंह, एडवोकेट संजय भाटी ने भी विचार व्यक्त किये। सहायक आचार्य धीरज कुमार ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन सहायक आचार्य डॉ श्रीराम सैनी ने किया। इस दौरान एडवोकेट मोहम्मद अली, लोहिया कॉलेज के मो जावेद खान, मुकेश मीना, आशीष शर्मा, सुमित डाबी, लालचंद चाहर, महासचिव अनीस खान, हेमन्त सैनी, साजिद खान, अरबाज खान, सहित कॉलेज के विद्यार्थी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।