कोविड़ सेंटर में अव्यवस्थाओं का आरोप
सुरेरा(अर्जुनराम मुंडोतिया), निकटवर्ती मारोठ कस्बे के नए सीएचसी भवन मारोठ में नावा, कुचामन ,परबतसर, मकराना ,बोरावड़ सहित कई झेत्रो से कोरोना पॉजिटिव आये लोगो को उपचार के लिए मारोठ स्थित कोविड़ सेंटर में लाया जा रहा है। परंतु कोविड़ सेंटर की शिकायते मिल रही है। प्रशासन की लापरवाही से कोरन्टीन सेंटर पर असुविधाओं के चलते मरीज बहुत परेशान हो रहे हैं। उन्हें यहां यह भय सताने लगा है कि स्वास्थ्य लाभ की जगह स्वास्थ्य अधिक बिगड़ जाएगा और शारीरिक और मानसिक रूप से बीमार हो जायँगे। सरकार जिस हिसाब से मरीजो पर खर्चा दिखाती है वो धरातल पर बिल्कुल भी नही है।। यहाँ मरीज अपना दुख किसको रोये कोई सुनने वाला भी नही है। सब कुछ भगवान के भरोसे चल रहा है। कुछ दिन पूर्व भी एक वीेडियो इस सम्बंध में वायरल हुआ था। और आज एक बार फिर से कुछ फोटो ओर वीडियो इस कोविड़ सेंटर की दुर्दशा बयान कर रही है। वीडियो में कोरोना पेसेंट बयान कर रहा है कि आखिर क्या कोरोना मरीजो को उपचार के लिए यहां लाया जा रहा है या उनको अन्य बीमारियों से ग्रसित करने के लिए यहां लाया जा रहा है। कम से कम स्थानीय प्रशासन ध्यान दे और यहां की व्यवस्थाओं को सुधार के लिए निर्देशित करे। क्योंकि यहां पर उपस्थित कोरोना मरीजो की न तो कोई सुन रहा है। न कोई उन्हें किसी प्रकार की व्यवस्थाएं उपलब्ध करवा रहा है। इसकी बजाय तो कोरोना मरीजो को उनके घरों में ही आइसोलेट कर दे तो ठीक है। आखिर कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति भी एक इंसान ही है। कोविड सेंटर वीडियो में देखा गया है कि चारों ओर गंदगी का आलम , सफाई व्यवस्था नही,पानी की व्यवस्था सुव्यवस्थित नहीं, भोजन की क्वालिटी में कमी बताना,गर्म पानी ,काढ़ा, दवाई नही मिलना व लाइट जाते ही अंधेरा हो जाना जैसी समस्याएं बताई गई। साथ ही यह भी चर्चा रही कि सरकार द्वारा करोना पेसेंट के इलाज में पर पेसेंट खर्चा उपलब्ध करा रही है तो खर्चा कहां लग रहा है सरकार में बैठे लोग अपनी कुर्सी बचाने में लगे है अब जनता अपनी व्यथा किसको सुनाये। वही बी सी एम एच ओ डॉ धर्मेंद्र का कहना है कि व्यवस्थाओं को लेकर कोई भी कमी नहीं है कोविड पेसेंटो का पूरा ख्याल रखा जा रहा है हॉस्पिटल स्टॉप को अपना अपना काम बताया हुआ है अगर कोई भी काम में लापरवाही बरतेगा तो उचित कार्रवाई की जाएगी।