स्थानीय सांगासर में लाखा परिवार के राजूराम कुल्हरी ने अपनी पुत्री सुमित्रा की शादी के मौके पर घोड़ी पर बैठाकर उसकी बिंदोरी निकालकर बेटा-बेटी के भेद को मिटाने तथा बेटों के बराबर बेेटियों को भी तवज्जों देेने का संदेश दिया। परिवार के सुरेन्द्र गोदारा व बृजमोहन ने बताया कि सुमित्रा की बिंदोरी निकाल कर आमजन को बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं का संदेश दिया गया। बिंदोरी का गांव में जगह-जगह स्वागत भी किया गया तथा लाखा परिवार के द्वारा शुरू की गई इस पहल की सभी ने प्रशंसा की। गौरतलब है कि गांव सांगासर की पहचान क्षेत्र में एक जागरूक गांव के तौर पर है। गांव में शराबबंदी पिछले 2 साल से लागू है वहीं मृत्यु भोज को लेकर भी युवाओं द्वारा सहमति बनाई जा रही है। इसके साथ ही गांव में बेटियां शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद में भी अव्वल है।