स्थानीय थाना क्षेत्र के खाटूश्यामजी मार्ग पर दो अलग-अलग हादसों में एक युवती सहित दो लोगों की मौत हो गई तो करीब एक दर्जन लोग घायल हो गये। एक हादसा शनिवार देर शाम सन्तोषपुरा के पास एक पिकअप ने स्कूटी के टक्कर मार दी जिसमें एक युवती की मौके पर ही मौत हो गई तो दुसरी युवती गम्भीर घायल हो गई। एसआई भीमसिंह ने बताया कि डिग्गी मालपुरा रोड़ सांगानेर निवासी संगीता व राखी दोनों स्कूटी पर सवार होकर खाटूश्यामजी में बाबा श्याम के दर्शनों के लिए जा रही थी कि संतोषपुरा के पास सामने से आ रही पिकअप ने स्कूटी के टक्कर मार दी जिसमें संगीता की मौके पर ही मौत हो गई और घायल राखी को रींगस सीएचसी में भर्ती करवाया गया जहां से हालत खराब होने पर प्राथमिक उपचार के बाद जयपुर रैफर किया गया। मृतका का रविवार को परिजनोंं की उपस्थिति में पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंपा गया। वहीं दुसरा हादसा रविवार को दोपहर के समय खाटूश्यामजी मार्ग पर करणी माता मन्दिर के पास दो कारों की आमने-सामने की भिड़ंत से हुआ जिसमें कार सवार एक बुर्जुग की मौत हो गई तो करीब एक दर्जन लोग घायल हो गये जिन्हें रींगस सीएचसी में भर्ती करवाया गया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार करणी माता मन्दिर के पास दो कारों की आमने सामने की भिड़त हो गई जिसमें एक कार सवार गायत्री देवी पुत्री जगनाथ प्रसाद , पूनम पत्नी जितेन्द्र, जितेन्द्र पुत्र जगनाथ निवासी मथूरा व अक्षय अग्रवाल पुत्र एस पी निवासी जमशेदपुर झारखंड बाबा श्याम के दर्शन कर वापस लौट रहे थे तो दुसरी कार में सवार गोविन्द सिंह पुत्र भंवर सिंह, विजेता पत्नी सज्जन सिंह, विजय लक्ष्मी पत्नी बिरजु सिंह, बिरजू सिंह पुत्र गोविन्द सिंह निवासी मावण्डा खुर्द नीमकाथाना से खाटूश्यामजी की तरफ जा रहे थे करणी माता के पास दोनों कारो की भिड़त में सभी घायल हो गये जिन्हे 108 द्वारा घायलों को सीएचसी ले जाते समय ही अक्षय पुत्र एस पी निवासी जमशेदपुर ने रास्तें में ही दम तोड़ दिया सभी घायलों को सीएचसी में भर्र्ती करवाया गया जहां से हालत खराब होने के कारण सभी को प्राथमिक उपचार के बाद जयपुर रैफर कर दिया गया।
डाक्टर करते रहे पुलिस का इन्तजार:-हादसा के करीब पौने घंटे तक पुलिस के अधिकारी सूचना के बाद भी अस्पताल में नहीं पहुचे और डाक्टर घायलों को उपचार देकर रैफर के बाद भी पुलिस का इन्तजार करते रहे इससे घायलों को रैफर के बाद भी पुलिस का इन्तजार करना पड़ा वहीं शव को करीब एक घंटे तक सीएचसी में ही रखा गया। परिजनों एवं स्थानीय लोगों में पुलिस की कार्यशैली के प्रति गहरा आक्रोश देखने को मिला।