झुंझुनू, राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद और पीरामल फाउंडेशन के संयुक्त प्रयासों से जयपुर में सेमिनार का आयोजन किया गया। झुंझुनू जिले के सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों ने अपनी भागीदारी से ‘राजस्थान जीवन कौशल सेमिनार’ को सफल बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई। इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य 21 वीं सदी की शिक्षा और जीवन कौशल के महत्व पर मंथन और चर्चा करना था। इसी क्रम में अन्य बच्चों के साथ झुंझुनू जिले के राजकीय विद्यालय किठाना, देवरोड़, भरौन्दाकलां के 5 बच्चों (पलक, रवीना, वनीषा, खुशी व मोनिका) ने सक्रियता से भाग लिया। सेमिनार में बच्चों ने सामाजिक भावनात्मक एवं नैतिक शिक्षण से हुए बदलाव व अनुभवों को साझा करते हुए उत्कृष्ट भागीदारी निभाई। इस दौरान उन्होंने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, शासन सचिव नवीन जैन और अन्य अतिथियों के साथ अपने अनुभवों को साझा किया एवं प्रश्न भी पूछें। बच्चों द्वारा शिक्षा, सामाजिक परिवेश व करियर आदि के बारे में पूछे गए विभिन्न सवालों का सहजता के साथ जवाब दिया । सेमिनार में उपस्थित अतिथियों ने बच्चों के अनुभवों को सुना एवं सामाजिक भावनात्मक एवं नैतिक शिक्षण कार्यक्रम के माध्यम आ रहे बदलावो की सराहना की और उज्जवल भविष्य के लिए मार्गदर्शन किया। यह सेमिनार राजस्थान के शिक्षा क्षेत्र में नई ऊर्जा और उत्साह का स्रोत बना जिसमे छात्रों के समग्र विकास हेतु प्रेरित किया गया।