सख्ती और सावधानी के साथ हो सर्वे का कार्य
झुंझुनू, कोविड 19 की रोकथाम के लिए जिले में सोमवार से शुरू हुए मेडिकल सर्वे की प्रशासनिक स्तर पर प्रभावी मॉनिटरिंग हो इसके लिए संबंधित एसडीएम, तहसीलदार, विकास अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में नियुक्त टीमों में एक-एक व्यक्ति ऎसा नियुक्त करें, जो सर्वे के दौरान लोगों से प्रश्न पूछ सकें और उनकी मेडिकल हिस्ट्री की पूरी जानकारी ले सकें। जिला कलक्टर ने कहा कि सर्वे का कार्य सख्ती और सावधानी से किया जाए। उन्होंने कहा कि सर्वे टीम जब किसी के घर जाए, तो उस परिवार के वहां उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति से फेस टू फेस मिले और उसके स्वास्थ्य तथा उसकी टयूर हिस्ट्री की जानकारी लेवें। वे मंगलवार को कलक्टे्रट सभागार में वी.सी. के माध्यम से ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे। जिला कलक्टर ने कहा कि जिले में कोविड 19 कम्यूनिटी स्टेज तक नहीं फैले इसके लिए सर्वे ही सबसे उचित एवं प्रभावी माध्यम है। इस लिए सर्वे की प्रक्रिया को कमजोर नहीं बल्कि सख्त रखें। उन्होंने कहा कि अगर सर्वे में कोई व्यक्ति सहयोग नहीं करता है, तो पुलिस की मदद लें और आवश्यक हो तो उस व्यक्ति के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज करवायें। जिला कलक्टर ने कहा कि जिले में लॉक डाउन तथा कई क्षेत्रों में धारा 144 निषेधाज्ञा प्रभावी है इस दौरान लोगों को आवश्यक सामग्री जैसे दूध, दवा, राशन जैसी आवश्यक सामग्री की आपूर्ति निर्बाध रूप से जारी रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिले में कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति भूखा नहीं सोये इसके लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है और आवश्यकतानुसार अन्नपूर्णा खाद्य सामग्री बैग्स का वितरण जरूरतमंदों के घर-घर तक करवाएं। उन्होंने कहा कि चिन्हित व्यक्तियों को निरंतर सप्लाई दी जा रही है। जिला कलक्टर ने कहा है कि जिनको सात दिवस पूर्व राशन सामग्री दी गई थी, उनको पून ः राशन सामग्री भिजवाने की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। जिला कलक्टर ने सभी उपखण्ड अधिकारियों से कहा है कि उनके यहां विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के तहत जो राशि कोविड 19 के संबंध में स्वीकृत हुई है वे उस राशि से आवश्यकता के अनुसार राशन सामग्री किट का ऑर्डर अभी से दे देवें, ताकि समय पर उसकी डिलीवरी उनको प्राप्त हो जाए और जरूरतमंद लोगों को लाभ मिल सकें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मार्केट सर्वे के आधार पर अपने क्षेत्र के लिए रेट लिस्ट तैयार कर दुकानों पर चस्पा करें। अपने-अपने क्षेत्र में लॉक डाउन तथा धारा 144 निषेधाज्ञा की पालना सुनिश्चित करें। उन्हाेंने कहा कि होम आईसोलेशन की प्रभावी मॉनिटरिंग हो, 30 दिन से ज्यादा समय होने पर उस स्टाफ को नए चिन्हित जगहों पर नियुक्त किया जाए। सोशल मीडिया पर नजर रखें किसी भी प्रकार की ऎसी पोस्ट जो माहौल्ल को बिगाडने का कार्य कर सकती हो, उसके खिलाफ तुरन्त कार्यवाही करें। एसडीएम अपने अपने क्षेत्र में पुलिस उपाधीक्षक के साथ आपसी सामन्जस्य रखें और पुलिस को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश देवें, ताकि तुरन्त कार्यवाही हो सकें। इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामनिवास जाट, एडीएम राजेन्द्र अग्रवाल, आरएएस मूलचंद, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रताप सिंह दूतड, डॉ. छोटेलाल गुर्जर, आरएएस सुरेश चन्द्र, पर्यटन विभाग के देवेन्द्र चौधरी, श्रम कल्याण अधिकारी अरूणा शर्मा, पीआरओ बाबूलाल रैगर, जिला रसद अधिकारी अमृत लाल भी उपस्थित रहे।