प्रदेश इंटक के सदस्य मारूति कुमार मिश्र ने कहा
सरदारशहर,[सुरेश लाटा] प्रदेश इंटक के सदस्य मारूति कुमार मिश्र ने सरकार द्वारा पहले मार्च महीने के वेतन से व अब अप्रैल माह के वेतन से कुछ कटौतियां करने व बढे हुए डी ए स्थगित करने की मंशा पाले हुए हैं जो कि प्रत्येक कर्मचारी वर्ग के हितों पर दमन ढाया जाने वाली करतूत बताया है जबकि वर्तमान समय में कोरोना बीमारी के चलते हर राज्य कर्मचारी किसी न किसी प्रकार से मानवीयता का परिचय देते हुए सरकार के साथ अपने कर्तव्यो को सही अंजाम तक बखूबी अपना फर्ज निभा रहा है एवं इस संकट की घड़ी में पेंशन भोगी कर्मचारियों की भी अहम भूमिका रह रही हैं। मिश्र ने कहा है कि सरकार सबसे पहले निवर्तमान सासंदो व विधायकों को मिल रही पेशंनो को अविलंब बन्द कर राज्य की मिशाल पेश करें ताकि करोडों रुपयों की बचत तो होगी ही बल्कि पूरे भारत में एक मिशाल भी बनेगी बल्कि आमजन की गाढी कमाई पर अंकुश लगाने के लिए आम जनमानस में सरकार के कदमों को भी सराहा जावेगा । जब सरकार निजी इकाईयों, शिक्षण संस्थानों एवं छोटे लघु उद्योगों को निर्देश देकर उनके कर्मचारीयो को वेतन देने की मंशा पाले हुए हैं तो पूर्व सांसदों व विधायकों की पेंशन पर अविलंब बन्द करनी चाहिए अन्यथा सरकार की मंशा रुग्ण होतीं दिखाई दे रही है ।