झुंझुनू, अन्ना फ़ाउण्डेशन के तत्वावधान में विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर ज़िला मुख्यालय पर वैचारिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अन्ना फाउंडेशन के महासचिव डॉ कमल मीणा ने मुख्य वक्ता के रूप में बताया कि विश्व भर में आदिवासी समाज को अधिकारों से वंचित करने के साथ ये समाज समाज की मुख्यधारा से भी पिछड़ रहा है। उन्होंने बताया कि भारत में संविधान द्वारा प्रदत्त तथा समय–समय पर आदिवासियों के हितों के लिये बनाये गये क़ानून जैसे कि पेसा एक्ट,फ़ॉरेस्ट राइट एक्ट, अनुसूचित एरिया आदि के क़ानूनों का सही क्रियान्वयन नहीं हो पाया है। इसके अलावा मणिपुर में घटित हाल ही की घटनाओं का पुरज़ोर विरोध किया गया। कार्यक्रम में इस वर्ष पर्यावरण क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले युवाओं को सम्मानित किया गया । इस अवसर पर डॉ. रजनी मोरवाल ,डॉ. कृति चौधरी,डॉ. मगन मीणा,सोनम गोस्वामी,कमलेश मीणा,सीताराम बास बुडाना,प्रकाशचंद आदि ने भाग लिया।