विशाल कलश यात्रा व शोभायात्रा जुलूस शुक्रवार को
दांतारामगढ़ [प्रदीप सैनी ] दांता कस्बे के श्री खेड़ापति बालाजी धाम दांता में रैवासा पीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज के पावन सानिध्य में आयोजित दो दिवसीय 26वें हनुमान जयंती वार्षिक महोत्सव का शुभारम्भ आज गुरुवार को निशान ध्वज पदयात्रा से हुआ। निशान ध्वज पदयात्रा के लिए करणीकोट मंदिर में अखण्ड ज्योत लेकर 1101 निशानों का पूजन हुआ व भजन कीर्तन हुए। अखण्ड ज्योत व 1101 निशान पदयात्रियों के जत्थे के साथ निशान यात्रा को रवाना किया गया। आगे आगे रथ में बाबा की ज्योत व पीछे बैंड बाजे की सुमधुर धुनों के साथ बच्चे, महिलाएं व पुरूष नाचते गाते झूमते हुए चल रहे थे। यात्रा कस्बे के मुख्य मार्गों से होकर गुजरी जहां मार्ग में अनेक स्थानों पर सेवाधारी चिरंजीलाल बजरंगलाल कुमावत, सुरजाराम प्रभातराम बासनीवाल, प्रमोद खेतान व खेड़ापति बालाजी नवयुवक मंडल आदि द्वारा जलपान व फलाहार की व्यवस्था की गई। पदयात्रा का जगह जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। इसके बाद निशान पदयात्रा श्री खेड़ापति बालाजी मंदिर प्रांगण पहुंची। जहां निशान पदयात्रियों ने बालाजी को निशान अर्पण करने के बाद शीश नवाकर मनौतियां मांगी। इसके बाद विद्वान पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चार द्वारा बालाजी का रूद्राभिषेक कर कोलकाता से मंगाये गये सुगंधित फूलों व इत्र से बालाजी का अलौकिक श्रृंगार किया गया। मंदिर परिसर को रंगीन लाइटों, झालरों व गुब्बारों से सजाया गया हैं। रात्रि सवा सात बजे से विशाल भजन संध्या होगी जिसमें अरिहंत बाफना सूरत, विजय राजस्थानी अलवर व पूनम शर्मा जयपुर के द्वारा शानदार भजनों की प्रस्तुतियां दी जाएगी एवं साथ ही तीसरी आंख आर्ट ग्रुप अलवर द्वारा सजीव झांकियों के साथ अद्भुत नृत्यनाटिका का मंचन भी किया जाएगा।
वहीं शुक्रवार को सुबह सवा सात बजे से 501 कलशों के साथ विशाल कलश यात्रा निकाली जाएगी जो सीतारामजी मंदिर से रवाना होकर श्री खेड़ापति बालाजी धाम पहुंचेगी। इस दौरान नवकुंडीय हवन पूर्णाहुति, बालाजी का अलौकिक श्रृंगार, छप्पन भोग, अखंड ज्योत, महाप्रसाद भंडारा होगा व दोपहर 12.15 बजे 11 किलो का केक काटकर बालाजी का जन्मोत्सव मनाकर बधाइयां बांटी जाएगी। वहीं शाम 4.15 बजे से भव्य झांकियों के साथ शोभायात्रा जुलुस निकाला जाएगा जिसमें कस्बे के मुख्य मार्गों पर सजीव झांकियों द्वारा नृत्य नाटिका का आयोजन भी किया जाएगा तथा रात्रि सवा सात बजे 501 दीपकों से महाआरती का विशेष उत्सव होगा।