रतनगढ़ में
श्री हनुमान जन्मोत्सव चेत्र सुदी पूर्णिमा के पावन दिवस पर श्री ताल बालाजी मंदिर परिसर के गत 200 वर्षों से श्री बालाजी महाराज की भव्य झांकी मंदिर के पुजारी इन्दौरिया परिवार व मंदिर में प्रतिदिवस आने वाले सैंकड़ों श्रद्धालुओं द्वारा तन्मयता से संकीर्तन करते हुए निकाली जाती है। जो नगर के मुख्य बाजारों से होते हुए पुन: मंदिर परिसर आती हैं। यह प्रतिवर्ष निकलने वाली भव्य झांकी चैत्र सुदी एकादशी को गर्भगृह से पुजारी परिवार द्वारा शुभ मुहूर्त में बाहर निकाली जाती है। बालाजी की पूजा अर्चना के बाद उसकी साफ सफाई करके पांच दिवस तक पुजारी परिवार अपने हाथों से उसे सजाने संवारने में रात दिवस लगे रहते हैं। पुजारी परिवार के सुशील इन्दौरिया ने बताया कि लगभग 200 वर्षों से पहले शूरू की गई पूर्वजों की परंपरा को हम सब परिजन आज भी श्रद्धालुओं के सहयोग से चला रहे हैं। पुजारी परिवार के सदस्य ही इस झांकी को सजाते सवारते हैं। यह तैयार हो रही झांकी पूर्णिमा आज 19 अपै्रल शुक्रवार को दोपहर 3 बजे मंदिर परिसर से भक्तों द्वारा पूजा अर्चना के बाद नगर भ्रमण को निकलेगी।