जिला कलेक्टर नरेश कुमार ठकराल ने शुक्रवार को नई दिल्ली के द अशोक होटल में आयोजित बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं राष्ट्रीय कार्यशाला में प्रभावी सामुदायिक सहभागिता पर प्रस्तुतिकरण दिया ताकि अन्य जिलों में भी इसी तरह के योजनान्तर्गत नवाचार किए जा सके। कार्यशाला में महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी, के. मोस. चेलाई संयुत सचिव महिला एवं बाल विकास मंत्रालय नई दिल्ली, राकेश श्रीवास्तव सचिव महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने भी सम्बोधित किया। जिला कलेटर ने कार्यशाला में प्रस्तुतिकरण देते हुए कहा कि जिन जिलो में लिंगानुपात कम था उस अन्तर को कम करने के लिए प्रधानमंत्री ने बेटी बचाओं बेटी-पढाओं अभियान शुरू किया था उन जिलों में लिंगानुपात में सुधार हुआ है। सीकर जिले में 2011 में 848, 2017 में 961 यानी 44-45 अंकों की लिंगानुपात में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि जिले में बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं अभियान के साथ-साथ नवाचार जैसे ब्राण्ड एम्बेसेडर नियुत करना , फेरों में आंठवा फेरा, बेटी जन्मोत्सव, कुंआ पूजन, पीसीपीएनडीटी, बेटी जन्म पर वृक्षारोपण, बालिका गौरव उधान विकसित करना एवं अन्य नवाचारों की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना की गई जिसके परिणाम स्वरूप ही जिले को 8 मार्च 2018 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा झुंझुनूं में सम्मानित किया गया। बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं अभियान में जिले के कई दानवीर, भामाशाह भी सहयोग कर रहें है। उन्होंने कहा कि सीकर जिले में बच्चियों का नांमाकन बढाऩे, बालिका ड्राप आउट रोकने, महिलाओं के कौशल विकास, बालिका सुरक्षा पर विशेष प्रयास किये जा रहे है। कार्यशाला में बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं योजना में नए शामिल किए गए 244 जिलों के 600 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। कार्यशाला में सीकर के सहायक निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग राजेन्द्र चौधरी ने भी सहभागिता दर्ज की।