राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम व राजस्थान लोक परिवहन सेवा के बीच शहर के अंदर से गुजरने को लेकर चल रहे विवाद को देखते हुए शहर के बजरंग कांटा के पास भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया है। रोडवेज कर्मचारियों का कहना है कि शहर के अंदर से लोक परिवहन बस को नहीं जाने देंगे, वहीं लोक परिवहन संचालकों का कहना है कि हमारे पास परमिट है उसके बावजूद रोडवेज कर्मचारियों की गुंडागर्दी चल रही है जिसे हम बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे। उनका कहना है कि हम महीने के परमिट के पैसे देते हैं। इसी विवाद को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने सुबह से ही भारी संख्या में पुलिस व यातायात कर्मी लगा दिए हैं। जिला कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट सीकर के आदेश आदेशानुसार सीकर शहर के चारों और चंदपुरा रोड़ पर माधवसागर, जयपुर रोड़ पर कृषि मंडी गेट नंबर 2 के सामने, झुंझुनंू और नीमकाथाना रोड़ पर पिपराली बाईपास पर एवं फतेहपुर रोड़ पर सबलपुरा तिराहा पर घोषित किया गया है। लेकिन अवैध वाहन तथा लोक परिवहन वाहन रोडवेज डिपो के आगे से संचालित हो रही है और रोडवेज का यात्रीभार कम किराए का लालच देकर उठा रही है। रोडवेज कर्मचारी लगातार जिला प्रशासन से मिलकर रोक लगाने की मांग कर रहा है लेकिन प्रशासन की उदासीनता के कारण तीन दिनों से लगातार डीपो तिराहे पर आकर विरोध करना शुरू कर दिया है जिसके परिणामस्वरूप बुधवार को कर्मचारियों के साथ-साथ आगार के मुख्य प्रबंधक को भी सीकर सीओं सिटी ने दबाव बनाने की कोशिश की है। इस घटना के खिलाफ रोडवेज कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। रोडवेज कर्मचारियों द्वारा इसके खिलाफ अपने उच्च प्रशासन जयपुर को अवगत कराया है। राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम सीकर आगार के कर्मचारियों ने एक ज्ञापन देकर रोडवेज बस स्टैंड के सामने खड़े होने वाले अवैध वाहनों तथा लोक परिवहन सेवा की बसों को हटाने की मांग की है। ज्ञापन में बताया गया है कि सीकर आगार बस स्टैंड के सामने खड़े होने वाले अवैध वाहनों के चलते आए दिन रोड जाम की स्थिति बनी रहती है जिससे दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है। ज्ञापन में बताया गया कि सरकारी आदेशों के बाद भी लोक परिवहन बस सेवा की बसे बस स्टैंड के सामने खड़ी रहती है। कई बार रोडवेज कर्मचारियों द्वारा लोक परिवहन सेवा के चालको से बसों के आगे खड़े होने के लिए कहा जाता है, तो अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए लड़ाई-झगड़े पर आमादा हो जाते हैं । रोडवेज कर्मचारियों ने बताया कि विगत दिनों लोक परिवहन बस स्टैंड पर आने के साथ पुलिस को लेकर नो पार्किंग जोन घोषित करने के बाद भी व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हो पाया है। ज्ञापन में विगत दिनों निर्णय की पालना करवाने की मांग करते हुए कर्मचारियों ने रोडवेज बस स्टैंड के सामने अवैध वाहनों को हटाने की व्यवस्था करवाने की मांग की है। इस अवसर पर रोडवेज कर्मचारी अधिकारीयों ने बस डिपो तिराहे पर इकत्रित होकर अवैध वाहनों को यहां से गुजरने पर विरोध जताया है।