सीकर के संस्थापक रावराजा श्रीकल्याण सिंह की 132 वीं जयन्ती समारोह एवं अलंकरण कार्यक्रम बुधवार को स्थानीय जैन स्कूल के प्रांगण में आयोजित किया गया जिसके मुख्य अतिथि विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह थे। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद मदनलाल सैनी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दीपेन्द्रसिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया, राजेन्द्र पारीक, सीकर विधायक रतनलाल जलधारी, नगर परिषद के सभापति जीवण खां, विधायक धोद गोरधन वर्मा, राजेन्द्रसिंह, जयसिंह बिडोली, पवन मोदी, चितरंजन राठौड़, मनोज सिंघानिया सहित जिला कलेक्टर नरेश कुमार ठकराल, राव राजा श्रीकल्याण सिंह के परिवारजन, शहर के गणमान्य नागरिक व प्रबुद्धजन आदि सैकड़ों लोग उपस्थित थे। इस अवसर पर अतिथियों ने राजकुमार हरदयाल सिंह त्रैलोक्य राज्य लक्ष्मी देवी ट्रस्ट द्वारा समाजसेवा में विशिष्ट योगदान देने पर “महाराव शेखाजी अलंकरण” पुरस्कार लक्ष्मीनारायण चेजारा को 21 हजार रूपये की राशि तथा “रावराजा कल्याण सिंह रत्न पुरस्कार” महावीर पुरोहित को 11 हजार रूपये की राशि अभिनन्दन पत्र एवं श्रीफल देकर सम्मानित किया जैन भवन में आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह ने कहा कि यह जयन्ती अब प्रति वर्ष मनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि “महाराव शेखाजी अलंकरण” की सम्मान राशि 21 हजार से बढ़ा कर एक लाख, “रावराजा कल्याण सिंह रत्न पुरस्कार” की राशि 11 हजार से बढ़ा कर 51 हजार करने की घोषणा की जो अगामी जयन्ती पर दी जाएगी। उन्होंने पवन मोदी से कहा कि उनके बनाये गये ट्रस्टों में कार्यक्रम निरन्तर तरीके से मनाये। उन्होंने कल्याण सिंह के जीवन पर प्रकाश डाला और कहा कि समाज हित में राव राजा कल्याण सिंह ने जो अनेक निर्माण कार्य जनहित में किये है इसके लिए उन्हें सदियों तक याद किया जाएगा। शहर में अस्पताल हो या कॉलेज की धर्मशाला हो तमाम लोकहित कार्यों में राव राजा कल्याण सिंह ने शानदार कार्य किया है। उन्हाेंने कहा कि वे जनता की परेशानियों को सुनने एवं उसके समाधान के लिए हमेशा तत्पर रहे एवं जनता के प्रति विशेष लगाव रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सीकर के रलावता में करीब 10 करोड़ की लागत से सैनिक एकेडमी की स्वीकृति मिल चुकी है एकेडमी के लिए जमीन भी उपलब्ध हो गई। उन्होंने कहा कि सीकर, झुंझुनू, चूरू शेखावटी धरा सैनिकों की वीर भूमि है वे देश सेवा के लिए हमेशा तैयार रहते है यहां के युवाओं को तरासने की जरूरत है। एकेडमी बनने से अब शेखावाटी के युवाओं के सपने को पंख लगेंगे। उन्हें अब सीकर से बाहर नहीं जाना पडे़गा। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दीपेन्द्रसिंह ने कहा कि राजाओं के परवरिश एवं विकास करने का अलग ही तरीका होता है वे जनता के प्रति विशेष लगाव रखते थे। वे बालिका शिक्षा पर विशेष घ्यान देते थे। श्रीकल्याणसिंह का खेतड़ी, उनियारा,सीकर आदि क्षेत्रों के उत्थान करने में विशेष सहयोग रहा था। लोग उन्हें अब भी याद करते है। उन्होंने कहा कि सार्थकता तभी होगी जब उनके पद चिन्हों पर चलेंगे और आगे बढ़ेंगे। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया ने कहा कि वे सामाजिक समरसता के साथ रहे, स्वयं गांवों में जाते थे गरीब एवं असहाय व्यक्तियों की मदद करते थे। राज्यसभा सांसद मदनलाल सैनी, पूर्व मंत्री राजेन्द्र पारीक, सीकर विधायक रतनलाल जलधारी, विधायक धोद गोरधन वर्मा एवं जिला कलेक्टर नरेश कुमार ठकराल ने कहा कि राव राजा कल्याण सिंह परमार्थ के लिए सोचते थे। उनको राजस्थान निर्माण में परिवार वालों को मौका मिला। वे राजा के रूप में जनता के सेवक थे। नगर परिषद के सभापति जीवण खाँ ने बताया कि नगर परिषद के नये भवन का नाम “श्री कल्याण नगर परिषद भवन” एवं बजरंग कांटा से कल्याण सर्किल तक सड़क मार्ग का नाम श्रीकल्याण सिंह करने के प्रस्ताव लिये जा रहे हैं। इस मौके पर अतिथियों ने राजा कल्याण सिंह के चित्र पर पुष्प र्अपित कर श्रद्धांजलि दी गई। अतिथियो ने रावराजा कल्याण सिंह के जीवन पर आधारित एक पुस्तक का भी विमोचन किया। सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी ईश्वरसिंह राठौड़ ने स्मृतिवन का नाम रावराजा कल्याण सिंह के नाम पर रखने का प्रस्ताव रखा। प्रारंभ में पवन मोदी ने स्वागत भाषण दिया। चितरंजन सिंह राठौड़ ने धन्यवाद ज्ञापित किया।