शैक्षणिक फिल्ड में बड़े स्तर पर काम करके बालिका शिक्षा को पाये तकमील तक पहुंचाने वाले वाहिद चौहान ने पिछला विधानसभा चुनाव सीकर से निर्दलीय तौर पर लडक़र करीब चालीस हजार से अधिक मत पाकर सीकर की सियासत में भूचाल लाकर एक तरह से नई सियासी ताकत को पटल पर उभार कर के सभी सियासी दलों को अल्पसंख्यको को लेकर कुछ नये तौर पर सोचने पर मजबूर कर दिया था। हालांकि उस चुनाव के बाद वाहिद चौहान ने भाजपा को जॉइन कर लिया था। लेकिन गुरूवार अपने निवास स्थान पर एक प्रेस कांफे्रंस में चौहान ने भाजपा को छोडऩे का ऐलान करते हुये पत्रकारों को बताया कि वो अब सीकर की जनता के लिये स्वास्थ्य व मयारी शिक्षा के लिये बड़े प्रोजेक्ट पर काम करेंगे। राजस्थान के महिला सशक्तिकरण अवार्ड से सम्मानित वाहिद चौहान ने तीस साल पहले मुम्बई के हॉलीवूड व बॉलीवूड की चमचमाती दूनीया को छोडक़र सीकर आकर बालिका शिक्षा की शुरुआत करके जो क्रांतिकारी कदम उठाया था। उसकी महक से अब पुरा क्षेत्र अपने आप सरोबार होने लगा है। अब चौहान को महसूस हुआ है कि ऐकेडमिक शिक्षा के अलावा उनको प्रोफेशनल शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी कुछ कदम उठाना है। तो उन्होंने करीब 150 बेड का एक आधुनिक हाई क्लास स्तर का सीकर में अस्पताल शुरु करने के साथ-साथ यूनानी मेडिकल कॉलेज के अलावा अनेक पैरा मेडिकल कोर्सेज व विभिन्न तरह के नर्सिंग कोर्सेज शुरु करने का तय किया है। उन्होंने पत्रकारों को हाई क्लास स्तर के बहुमंजिला अस्पताल बनने का पूरा प्लान दिखाते हुये कहा कि चैरिटी के तौर पर बनने वाले इस अस्पताल की प्रदेश की एक मात्र स्टैण्डर्ड की लेब होने के साथ सभी तरह के रोगों के नामी चिकित्सक व हाई क्वालीफाईड स्टाफ का प्रबंध तय किया जा रहा है। वाहिद चौहान ने हालांकि पूरी तरह अपने सियासी पत्ते तो नहीं खोले लेकिन उन्होने आगामी विधानसभा चुनाव लडऩे को लेकर इतना जरूर कहा कि उनका पहला काम उक्त प्रोजेक्टो को जल्द पुरा करके सीकर की जनता के हित यह सेवाएं उपलब्ध कराना है।