अतिरिक्त जिला कलेक्टर जयप्रकाश की अध्यक्षता में गुरूवार को कलेक्ट्रेट मीटिंग हॉल में जिला उपभोक्ता सरंक्षण परिषद एवं सतर्कता समिति (सार्वजनिक वितरण प्रणाली) की मीटिंग का आयोजन किया गया। बैठक में जिला रसद अधिकारी सीकर, उम्मेद सिंह पूनिया, उपखण्ड अधिकारी सीकर जूही भार्गव एवं जिला उपभोक्ता सरंक्षण परिषद के सदस्य एवं विभिन्न विभागाें के अधिकारी मौजूद रहे। अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने बैठक में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के संबंध में की गई चर्चा को गुणवत्ता युक्त बताते हुए इस पर अमल करने तथा भविष्य में नियमित रूप से ऎसी प्रभावी चर्चाये की जाने आवश्यकता बताई। अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने विद्युत विभाग से कहा कि भामाशाहों के सहयोग से ट्रांंसफार्मरों के चारों ओर सुरक्षा दीवार बनाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अजमेर डिस्कॉम विद्युत संबंधी शिकायतों के निराकरण के लिए उनके हैल्प लाईन नम्बर उपभोक्ता संरक्षण परिषद को बताये ताकि उन्हे जनहित में जारी किया जा सके। उन्होंने उपभोक्ता को केन्द्रीयकृत विषय मानकर उसके हितों के संरक्षण के लिए सकारात्मक रूप से कार्य करने के निर्देश दिए। बैठक में विद्युत विभाग पर चर्चा प्रारम्भ की गई जिसमें अधिशषी अभियंता विद्युत विभाग द्वारा जिले में लोड की कोई समस्या नही होना तथा आंधी -तूफान की वजह से नुकसान को रोकने के लिये विद्युत सप्लाई रोका जाना बताया। महावीर पुरोहित ने बिजली के टूटे हुए, झुके हुए पोल तथा ढ़ीले ताराें की समस्या बताई तथा चितलागियां स्कूल सीकर के पास ट्रांसफार्मर में पिछले दिनो आग लगने की घटना को बताकर सभी ट्रांसफार्मर के चारो ओर सुरक्षा दीवार बनाये जाने की मांग की। कांतिप्रसाद पंसारी ने तोदी धर्मशाला एवं सरस्वती नगर में मकानाें के उपर से विद्युत लाईन हटाने की मांग की गई जिस पर अधिशाषी अभियंता द्वारा स्वयं के खर्चे पर आम सहमति से विद्युत लाईन बदलने की योजना बताई। चिकित्सा विभाग की चर्चा के दौरान फूलसिंह बाजिया खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने 01 जनवरी 2018 से अब तक 145 खाद्य वस्तुओ के सेम्पल लेकर लेब में भिजवाया जाना बताया जिनमें से 122 की रिपोर्ट पर््राप्त होना बताया जिनमें 110 सही पाये गये तथा 12 में मिलावट की रिपोर्ट प्राप्त होना बताया। सेम्पलिंग तथा रिपोर्ट के बारे में इंदिरा चौधरी सदस्य जिला उपभोक्ता संरक्षण परिषद ने त्याैंहारी सीजन एवं शादी के मौसम में दूध, पनीर, मिठाई के सेम्पल लिये जाने की आवश्यकता बताई क्योंकि उस दौरान मिलावट की संभावना अधिक रहती है। महावीर पुरोहित ने सीकर शहर मे मीट की दुकानो की नियमित जांच की तथा जांच के पश्चात स्वस्थ पाये जाने वाले जानवर का मीट सप्लाई किये जाने की आवश्यकता बताई। जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता ने पीने के पानी की सप्लाई को नियमित करने के लिये लगातार प्रयास किया जाना बताया। इंदिरा चौधरी ने डिस्पेसंरी नं. 2 माथुर कॉलोनी में नलो में गंदा पानी आने की समस्या तथा अवैद्य नल कनेक्शन की रोकथाम के लिये समुचित कार्यवाही करने की मांग की जिस पर अधीक्षण अभियंता द्वारा गंदा पानी आने की शिकायत पर त्वरित कार्यवाही किया जाना बताया तथा इस बाबत मौके पर शिकायत दर्ज करने के लिए दूरभाष नं. 251153 उपलब्ध करवाये तथा अवैद्य नल कनेक्शन की रोकथाम के लिए शीघ्र कार्यवाही करवाने का आश्वासन दिया। ड्रग कंट्रोलर मनोज गढवाल ने बताया की हर माह नियमानुसार कम से कम 20 मेडिकल स्टोर के निरीक्षण तथा दवाईयो के 6 सेम्पल लिये जाते है। उन्होंने बताया कि एक जनवरी 2018 से अब तक 35 दवाईयो के सेम्पल लिये गये है किन्तु अभी तक एक भी रिपोर्ट प्राप्त नही हुई है। इंदिरा चौधरी ने मेडिकल स्टोर पर फार्मासिस्ट की बजाय किसी अन्य व्यक्ति द्वारा दवा बिक्री का मुद्दा उठाया तथा यह सुझाव दिया कि यदि फार्मासिस्ट खाना खाने या अन्य किसी कार्य से अपनी दुकान छोडकर जाते है तो उन्हे दुकान बंद करके जाना चाहिये। उप निदेशक कृषि विभाग शिवजी राम कटारिया ने बताया कि उनके द्वारा बीज, खाद एवं कीटनाशक की नियमित जांच कर सेम्पल लेने की कार्यवाही की जाती है। एक जनवरी 2018 से अब तक कुल 98 सेम्पल लिये गये जिनमे से 67 की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। इनमें सभी सही पाये गये है तथा 31 की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। बीज के सेम्पल की रिपोर्ट 60 दिवस मे तथा खाद एवं कीटनाशक के सेम्पल की रिपोर्ट 90 दिन में आने की बात बताई गई। कृषि विभाग द्वारा की जा रही कार्यवाही पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर द्वारा संतोष प्रकट किया गया। बाट एवं माप तौल विभाग के सहायक कंट्रोलर योगेश शर्मा द्वारा बताया कि वे नियमित रूप से पेट्रोल पम्प की जांच का कार्य करते है तथा प्राप्त शिकायत के संबंध में त्वरित कार्यवाही करते है। अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने योगेश शर्मा को निर्देशित किया गया कि वे सप्ताह में दो दिवस मंगलवार एवं बुधवार को सीकर जिले में रहकर कार्य करे। जिले में घरेलू गैस वितरण के संबंध में उपस्थित सदस्यो द्वारा संतोष प्रकट किया गया। इंदिरा चौधरी ने कहा कि डिलिवरी मैन के पास एक कांटा होना चाहिये जिससे उपभोक्ताओ को मौके पर सिलेण्डर तोल कर दिया जा सके। बैठक से पूर्व जिला रसद अधिकारी ने जिला उपभोक्ता सरंक्षण परिषद की पूर्व में आयोजित हुई बैठक की कार्यवाही का विवरण प्रस्तुत किया। जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के संबंध में जिला रसद अधिकारी द्वारा बताया गया कि वर्तमान में 940 उचित मूल्य दुकानो से जिले में पोस मशीन द्वारा बायोमेट्रिक प्रणाली से राशन सामग्री का वितरण किया जा रहा है। जिले में कुल 728000 राशनकार्ड बने हुए जिनमें 2850000 यूनिट है। इनमें 397000 राशनकार्ड खाद्य सुरक्षा योजना में चयनित है इनकी 1762000 यूनिट है। अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली पर संतोष प्रकट किया गया। इंदिरा चौधरी ने जिले में मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में बिल्डर्स द्वारा लिफ्ट न लगाया जाना या सही लिफ्ट न लगाना तथा फायरफाईटिंग सिस्टम नही लगाने की समस्या बताई तथा इस पर समूचित कार्यवाही करने की आवश्यकता बताई। बैठक में उपभोक्ता संरक्षण परिषद के सदस्य सत्यनारायण सिखवाल, रूघजी चौधरी, नीलम मिश्रा, अनिता शर्मा, पन्नालाल सारड़ा, सुमित्रा खीचड़, सहायक निदेशक ओमप्रकाश राहड़, डीटीओ रामचरण मीणा, डीईओ दीपचन्द बुनकर ने हिस्सा लिया।