सीकर, जेठ महीने की आहट और तापमान पैंतालीस डिग्री से ऊपर होने के बीच सूर्य देव रौद्र रूप धारण करने लगे हैं। तपिश में पेड़-पौधे और जीव-जंतु तक झुलसते हुए दिखाई देने लगे हैं। बेजुबान पशुओं को इधर से उधर भटकते हुए देखा जाने लगा है। प्रियंक जैन ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण और पृथ्वी के समुचित विकास में प्राणी के साथ-साथ पशु पक्षियों की भी अहम भूमिका है। भीषण गर्मी में पशु पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था पुण्य कार्य है पर्यावरण को बचाने का अर्थ परिंदों को बचाना भी है। परिंदे प्रकृति के दूत हैं,इसीलिए वे हमें और हमारे पर्यावरण दोनों को संवारते हैं इन पशु-पक्षियों के लिए भीषण गर्मी के चलते सीकर के रामलीला मेदान कृषि मंडी आदि स्थान पर पक्षियों के लिए परिंडे लगाए। इस दौरान पारस सेठी बधाल वाले,आलोक काला,जय कुमार छाबड़ा प्रियंक जैन,प्रदीप अग्रवाल रलावता वाले और फल विक्रेता अब्दुल रशीद,मोहम्मद फारूक,मोहम्मद इमरान,मोहम्मद फरहान,मोहम्मद जाकिर आदि उपस्थित थे ।और अब्दुल रशीद ने कहा कि छतीस कॉम का कार्य है पक्षियों को संरक्षण देना संरक्षण तभी प्रकृति बचेगी साथ ही प्रत्येक व्यक्ति को नियमित पानी डालने का संकल्प लिना चाहिए।