सीकर, पुलिस अधीक्षक सीकर भुवन भूषण यादव द्वारा बालश्रम रोकथाम के लिये चलाये गये विशेष अभियान उमंग-3″ के तहत गुरुवार को फतेहपुर में 3 बच्चों को बालश्रम से मुक्त करवाया गया। बाल अधिकारिता विभाग सीकर की सहायक निदेशक डॉ. गार्गी शर्मा के निर्देशन में चाइल्ड हैल्पलाइन 1098 टीम व मानव तस्करी विरोधी इकाई ने मिलकर फतेहपुर में तीन बच्चों को बालश्रम से मुक्त करवाया जिसमे दो नाबालिग बच्चे पूर्णिमा रेस्टोरेन्ट पर बालश्रम करते पाये गये एवं लखदातार होटल पर एक नाबालिग बच्चा बालश्रम करते हुए पाये गये जिन्हें बालश्रम से मुक्त करवाया गया। बच्चो की उम्र 14 से 16 वर्ष है। बच्चों ने बताया कि उनसे 12 घण्टे मजदूरी करवाकर 5 से 10 हजार रूपये महिने देते है। बच्चों का सामान्य स्वास्थ्य परीक्षण करवाकर बाल कल्याण समिति सदस्य रीना त्रिहन के समक्ष पेश कर कस्तुरबा सेवा संस्थान में अस्थाई प्रवेश दिया गया। पूर्णिमा रेस्टोरेन्ट के मालिक रमेश कुमार व लखदातार होटल के मालिक रविकुमार के खिलाफ कोतवाली थाना फतेहपुर में मुकदमा दर्ज करवाया गया। इस दौरान मानव तस्करी विरोधी इकाई से प्रभारी एस. आई. कृतिका सोनी, ए. एस.आई. रोहिताश कुमार, चिरंजीलाल, सुलोचना, कौशल्या व चाईल्ड हेल्पलाइन सुपरवाईजर सुनिता, केस वर्कर धर्मचन्द आदि मौजूद थे।