जिला प्रमुख अर्पणा रोलन ने कहा है कि स्वच्छ भारत मिशन अभियान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक अभिनव पहल है। हम सभी को साथ मिलकर इस मिशन में सहभागिता दर्ज करवाकर एक अगस्त से 31 अगस्त तक स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण -2018 के संबंध में चलाये जा रहे स्वच्छ सर्वेक्षण में आमजन को जागरूक कर अभियान में जुड़ने का कार्य करना है। वे बुधवार को जिला परिषद सभागार में स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण-2018 की एक दिवसीय आमुखीकरण कार्यशाला में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण में जिला ओडीएफ हो चुका है। हमें लोगों को शौचालयों का उपयोग करने के बारे में समझाईश करनी है। गन्दगी कोई भी व्यक्ति फैलाये, उसे रोकने का प्रयास करें। स्वच्छता की शुरूआत स्वयं से करें। उन्होंने आम जन को स्वच्छता के प्रति सजग व सतर्क रहने को कहा। उन्होंने कहा कि विद्यालयों एवं सार्वजनिक स्थलों में शौचालय बनने से निरन्तर सुधार हुआ है। सीकर विधायक रतनलाल जलधारी ने कहा कि जिले को स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में प्रथम स्थान दिलवानेे के लिए सभी अधिकारी, जनप्रतिनिधि गांव-गांव ढ़ाणी-ढ़ाणी में तन-मन से प्रयास करेंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी। जिला कलेक्टर नरेश कुमार ठकराल ने कार्यशाला में संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण ग्रामीण 2018 का मुख्य उदेश्य लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि इस दौरान जिले में केन्द्र सरकार द्वारा गठित टीम जिले की 10 ग्राम पंचायतों का निरीक्षण करेंगे तथा सर्वेश्रेष्ठ पंचायत को पुरस्कृत किया जाएगा। जिला कलेक्टर ने बताया कि सर्वेक्षण में स्वच्छता के विभिन्न मापदण्डों के अनुसार स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र पीएचसी, हाट बाजार, धार्मिक स्थल आदि का सर्वेक्षण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्वच्छता के विषय पर समुदाय की समझ एवं स्वच्छता की स्थिति बेहतर बनाने के संबंध में समुदाय की सिफारिशों तथा स्वच्छता भारत मिशन ग्रामीण के ऑनलाईन मॉनिटरिंग सिस्टम पर दर्ज आंकड़ों की स्थिति के आधार पर जिलों एवं राज्य में स्वच्छता साफ-सफाई की स्थिति की रैकिंग की जाएगी। कार्यशाला का संचालन जिला साक्षरता एवं सत्त शिक्षा अधिकारी राकेश लाटा ने किया। कार्यशाला में उपजिला प्रमुख शोभसिंह अनोखू, जिला स्वच्छता समन्वयक भंवर लाल गुर्जर, उपखण्ड अधिकारी, प्रधान, विकास अधिकारी, जिला एवं ब्लाक स्तरीय अधिकारियों ने हिस्सा लिया।