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खेत, खेती, किसान बचाओ एमएसपी गारंटी कानून लाओ के नारे के साथ किसान महासभा का प्रथम राज्य सम्मेलन संपन्न

21 सदस्यीय राज्य कमेटी का चयन, कामरेड फूलचंद ढेवा राज्य अध्यक्ष व कामरेड रामचंद्र कुलहरि राज्य सचिव निर्वाचित

झुंझुंनू, अखिल भारतीय किसान महासभा का प्रथम राज्य सम्मेलन आज खेत, खेती, किसान बचाओ एम एस पी गारंटी कानून लाओ कार्पोरेट लूट का राज मिटाओ के नारे के साथ कामरेड रामस्वरुप यादव नगर, कामरेड बजरंग लाल महला हाॅल, सामुदायिक विकास भवन झुंझुंनू पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की तरफ से भेजे गये पर्यवेक्षक राष्ट्रीय सचिव कामरेड गुरुनाम सिंह भीखी (पंजाब) की सफलता की घोषणा के साथ संपन्न हुआ। सम्मेलन के उद्घाटन भाषण में भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के राज्य सचिव कॉमरेड शंकरलाल चौधरी ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारों की कार्पोरेट परस्त नीतियों की वजह से खेती अलाभकारी हो गई। केंद्र की मोदी सरकार हर बजट में कृषि क्षेत्र की मद घटाते जाने के कारण खेती पर निर्भर किसान आत्महत्या करने के लिए मजबूर हैं । राज्य सम्मेलन खेती के निगमीकरण के प्रयासों के खिलाफ देश भर में चल रहे किसान संघर्षों का साथ देने के लिए किसानों को गोलबंद करें ।सम्मेलन की शुरुआत में सम्मेलन संचालन के लिए पांच सदस्यीय अध्यक्ष मंडल रामस्वरुप मणकश, जयपाल बसेरा, ओमप्रकाश पूनियां, शांतिलाल त्रिवेदी व गौतम मीणा का चयन किया गया । राज्य संयोजन समिति की तरफ से कामरेड रामचंद्र कुलहरि ने सांगठनिक रिपोर्ट प्रस्तुत की । रिपोर्ट पर कामरेड फूलचंद ढेवा,कामरेड शंकरलाल चौधरी, कामरेड ओमप्रकाश झारोङा, कामरेड शांतिलाल त्रिवेदी, कामरेड प्रेम सिंह नेहरा, इंद्राज सिंह चारावास, गोरा सिंह, रामस्वरुप मणकश, राजबीर कुलङिया, बाबूलाल देवला, जसवीर सिंह नेहरा,रंगलाल सिंह, गौतम मीणा व महेश पूनियां ने सुझाव दिये । सम्मेलन में आये सुझावों का रिपोर्ट में शामिल करने का निर्णय किया । सम्मेलन में प्रस्ताव पारित कर मांग की गई कि केंद्र सरकार सभी फसलों की गारंटी के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाकर एम एस पी गारंटी कानून बनाया जावे, रिजर्व बैंक के आंकडे के अनुसार वर्ष 2023-24 में कृषि क्षेत्र ने जी डी पी में दो लाख दस हजार करोङ रुपए का योगदान दिया है लिहाजा किसानों का कर्जा माफ किया जावे । प्रधानमंत्री फसल बीमा में बिमा कंपनियां हजारों करोङ रुपए का मुनाफा काट रही हैं बीमा नीति किसान संगठनों की सलाह पर किसान हित में बनाई जावे । खेत को इकाई माना जावे । आवारा पशुओं की समस्या के चलते किसानों का खेती की बर्बादी रोकने के लिए गो सरंक्षण कानून में संशोधन कर या समाप्त कर किसानों को बछङों को बेचने और पशु व्यापारियों को उनके सुरक्षित परिवहन की व्यवस्था करें । सरकार दुग्ध उत्पादक किसानों को दुग्ध का लाभकारी मूल्य दिया जावे ।काटली नदी सहित तमाम नदी, नालों के दोहन पर कङाई से रोक लगे। वन संरक्षण अधिनियम 2022जिसके द्वारा पूंजिपतियों की घुसपैठ करने का निकाला गया रास्ता बंद करो । विद्युत उपभोक्ताओं की अबाध लूट के लिए लगाये जा स्मार्ट मीटर बंद करो सभी जिलों में सहकारी दुग्ध डेयरी खोलो । गोपालक किसानों को सहकारी बैंकों द्वारा दिये जाने वाले एक लाख रुपए तक के ब्याज मुक्त कर्ज में दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति का सदस्य होने की रोक हटाई जावे आदि प्रस्ताव पारित किये । सम्मेलन में 21 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया जिसमें राज्य अध्यक्ष कामरेड फूलचंद ढेवा झुंझुंनू,राज्य सचिव कामरेड रामचंद्र कुलहरि, उपाध्यक्ष क्रमशः चंद्रदेव ओला उदयपुर, रंगलाल प्रतापगढ, रामस्वरुप मणकश नीम का थाना, ओमप्रकाश झारोङा झुंझुंनू, ओमप्रकाश पूनियां चुरू,कोषाध्यक्ष कामरेड इंद्राज सिंह चारावास, सह सचिव क्रमशः लालुराम पटेल सलूंबर ,अमर सिंह चाहर झुंझुंनू, गौतम मीणा सलूंबर,संगठन सह सचिव जयपाल बसेरा, प्रचार सह सचिव कामरेड रोतास काजला, सदस्य क्रमशःउदालाल घंटाली प्रतापगढ, शांतिलाल त्रिवेदी चितौङगढ, उदालाल सेमलिया सलूंबर, प्रेम सिंह नेहरा, रामनारायण ढेवा, होशियार सिंह चाहर, कुंभाराम राव, करण सिंह राव चुने गये । नव निर्वाचित राज्य अध्यक्ष कामरेड फूलचंद ढेवा ने समापन भाषण देते हुए कहा कि फरवरी 2025 तक पच्चीस हजार सदस्य बनाने व चार जिलों में विधिवत जिला सम्मेलन संपन्न करने का लक्ष्य पूर्ण करने का सभी प्रतिनिधियों को आव्हान कर सम्मेलन संपन्न करने की घोषणा की । सम्मेलन के बाद राज्य कार्यकारिणी सदस्य पर्यवेक्षक कामरेड गुरुनाम सिंह, पंजाब से आये अतिथि गोरा सिंह,जग्गा सिंह व विजय गोपाल के साथ भगतसिंह पार्क में जाकर अमर शहीद भगतसिंह, राजगुरु व सुखदेव सिंह की प्रतिमा पर फूल अर्पित किये ।

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