ताजा खबरशिक्षासीकर

कृषि अनुरुप ढ़ांचे को सुदृढ़ कर विकसित भारत का लक्ष्य – प्रोफेसर फोगाट

सीकर, कृषि महाविद्यालय फतेहपुर शेखावाटी में मंगलवार को कृषि विज्ञान एंव भारतीय अर्थव्यवस्था मे योगदान पर डॉ. वि. के. फोगाट, प्रोफेसर मृदा विज्ञान एवं कृषि रसायन, चौधरी चरण सिेह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में व्याख्यान दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अधिष्ठाता प्रो. शीशराम ढ़ाका ने बताया कि डॉ. वि. के. फोगाट ने हमारे आमंत्रण को स्वीकार करते हुए महाविद्यालय का गौरव बढाया। अधिष्ठाता प्रोफेसर शीशराम ढ़ाका ने प्रोफेसर फोगाट का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया।

अपने व्याख्यान के दौरान डॉ. वि. के. फोगाट ने विद्यार्थियों को जीवन की अभिप्रेरणा देते हुए कहा कि विद्यार्थी जीवन में सफल होने के लिये निरन्तर प्रयत्न करना आवश्यक है। उन्होने कहा कि वर्ष 2047 में हम अपने देश की स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूर्ण कर लेंगे । अतः हमें मूलभूत कृषि अनुरुप ढ़ांचे को सुदृढ़ कर विकसित भारत का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए और इसके लिये युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान है। पहले हमारा फोकस ज्यादा से ज्यादा उपज लेने पर था लेकिन अब उपज के साथ उसकी गुणवत्ता पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। विभिन्न अनाजों में न्यूट्रेन्स की उपलब्धता पर विशेष ध्यान दिया जाने लगा है ताकि लोगों को अच्छा, पौष्टिक और गुणवत्ता पूर्ण भोजन मिले। प्रोफेसर फोगाट ने कहा कि भारत गेहूं और चावल का बड़ा उत्पादन करता है। उन्होंने बताया कि कृषि आधारित विभिन्न व्यवसायों को अपनाकर व्यक्ति आत्म निर्भर बन सकता है। इस मौके पर मैडम वैद रिचा ने भी अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने अपने व्याखान में अंग्रेजी भाषा का महत्व एवं उसके उपयोग मे लाने एवं भाषा कौशल बढाने पर ध्याान देने को कहा । इस कार्यक्रम के दौरान डॉ0 संजय कुमार अत्तर, डॉ0 चम्पालाल खटीक, डॉ0 कैलाश चन्द्र वर्मा, डॉ0 झूमर लाल, डॉ0 मुजाहिद खान, डॉ0 सुभाष महला, डॉ0 कैलाश चन्द्र मेघवाल, डॉ0 मुद्दसर अहमद खान, डॉ0 सुभिता कुमावत, डॉ0 मुकेश निठारवाल, डॉ0 हनुमान सिंह जाटव, दामोदर धाबाई, सज्जन सिंह, आदि मौजूद ने प्रोफेसर फोगाट एवं मैडम वैद रिचा का धन्यवाद ज्ञापित किया ।

Related Articles

Back to top button