जिले में एनसीडी पोर्टल पर 5 लाख 95 हजार 21 व्यक्तियों की बनी आभा आईडी
सीकर, आयुष्मान डिजिटल भारत मिशन के तहत अब हर व्यक्ति का हेल्थ अकाउंट बनाया जा रहा है जिसमें डिजिटल रूप में व्यक्ति का स्वास्थ्य रेकॉर्ड उपलब्ध होगा। आभा आईडी चिकित्सा विभाग के अलग अलग पोर्टल पर बनाई जा रही है। यह आईडी आयुष्मान डिजिटल भारत मिशन के पोर्टल के अलावा चिकित्सा विभाग के एनसीडी, टीबी, वायरल हेपेटाइटिस व अन्य पोर्टल के माध्यम से भी बनाई जा रही है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. निर्मल सिंह ने बताया कि केन्द्र सरकार ने आयुष्मान डिजिटल भारत मिशन की शुरुआत की है। इसके लिए मरीज का हेल्थ रेकॉर्ड ऑनलाइन अपडेट रखने के लिए आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा आईडी) बनाया जा रहा है जिसमें 14 अंकों का एक आईडी नम्बर जनरेट होता है। जिसमें संबंधित व्यक्ति आभा एप के माध्यम से अपने चिकित्सा से संबंधित समस्त रेकॉर्ड, लैब रिपोर्ट, डॉक्टर का लिखा दवा का पर्चा, डॉक्टर नोट्स, इमेज, वैक्सीन आदि डिजिटल प्लेटफार्म पर सुरक्षित रख सकेंगे एवं आवश्यकता पडने पर अपने रेकॉर्ड को डॉक्टर से शेयर कर सकते है।
सीएमएचओ डॉ. निर्मल सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के कार्मिकों की ओर से आभा आईडी बनाई जा रही है। अब तक एनसीडी पोर्टल पर 5 लाख 95 हजार 21 व्यक्तियों की आभा आईडी बनाई जा चुकी है। लाभार्थी स्वयं भी अपनी आभा आईडी बना सकता है।
डिप्टी सीएमएचओ डॉ अशोक महरिया ने बताया कि हेल्थ अकाउंट बनाने से उसमें रेकॉर्ड ऑनलाइन रहेंगे। आभा एप में पुराना रेकॉर्ड उपलब्ध रहेगा जिससे डॉक्टर को बीमारी तलाशने में बड़ी मदद मिलेगी।
डिजिटल प्लेटफार्म पर काम
इसमें एक डिजिटल प्लेटफार्म का निर्माण किया गया है, जिसमें समस्त नागरिकों का आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट यानि आभा कार्ड बनाया जा रहा है जिसमें परिवार के हर सदस्य का अलग आभा कार्ड होगा।
आमजन को ये होंगे फायदे
अपने स्वास्थ्य रेकॉर्ड को डिजिटल तरीके से स्टोर किया जा सकता है। ताकि आप उन्हें जरूरत पड़ने पर शेयर कर सकें। पंजीकृत स्वास्थ्य सेवाएं आसानी से प्राप्त की जा सकती है। अपने स्वास्थ्य रेकॉर्ड की लैब रिपोर्ट, डॉक्टर की पर्ची आदि को डिजिटल प्राप्त कर सकते है।
हेल्थकेयर प्रोफेशनल से टेली परामर्श किया जा सकता है, इससे समय की बचत होगी। इसी प्रकार कतार में खड़े होने से आजादी मिलेगी। ऑनलाइन अपाइंटमेंट बुक किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 104 और 108 पर संपर्क किया जा सकता है।
आभा कार्ड में आमजन का हेल्थ अकाउंट है, जिसे 14 अंकों की आभा आईडी से पहचाना जाता है। इसी प्रकार पुरानी हिस्ट्री सामने होने से डॉक्टर को मरीज के सटीक विश्लेषण में मदद मिलेगी।