1,938 में से 1,122 मतदान केन्द्रों पर लाइव वेबकास्टिंग होगी
राजस्थान विधानसभा उपचुनाव— 2024
जयपुर, राजस्थान में 7 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के दौरान स्वतंत्र, निष्पक्ष और भय तथा प्रलोभन रहित मतदान के लिए आधे से अधिक मतदान केन्द्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था रहेगी। मतदान प्रक्रिया की लाइव फीड पर सम्बंधित निर्वाचन अधिकारी और स्थानीय पुलिस की ओर से विश्लेषण कर त्वरित सकारात्मक कार्यवाही के लिए स्थानीय स्तर पर कार्ययोजना बनाई जाएगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने मंगलवार को उपचुनाव की तैयारियों की समीक्षा बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को इसके लिए निर्देश दिए. बैठक में सभी 7 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने, जागरूकता गतिविधियों के संचालन, संवेदनशील मतदान केन्द्रों की पहचान, चुनाव को प्रभावित करने के उद्देश्य से अवैध नकदी, शराब, नशीले पदार्थों, मुफ्त वितरण की वस्तुओं की धरपकड़ पर कार्यवाही बढ़ाने पर विस्तार से चर्चा हुई।
बैठक में पुलिस महानिरीक्षक सतर्कता प्रफुल्ल कुमार, पुलिस महानिरीक्षक कानून-व्यवस्था अनिल टांक, महानिरीक्षक एटीएस हेमंत कुमार शर्मा, भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियोजित चुनाव पर्यवेक्षक तथा चुनाव व्यय पर्यवेक्षक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
वेबकास्टिंग की मदद से प्रभावी और त्वरित कार्रवाई हो सकेगी —
महाजन ने बताया कि चुनाव की संवेदनशीलता को देखते हुए सभी 7 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 1,938 मतदान केन्द्रों में से 1,122 केन्द्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने इस गतिविधि को अधिक सार्थक बनाने के लिए वेबकास्ट लाइव फीड का तत्समय विश्लेषण करने और उस पर सकारात्मक कार्रवाई करने के लिए विधानसभा क्षेत्र या पुलिस स्टेशन स्तर पर मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करने पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि संबधित जिला निर्वाचन अधिकारी और पुलिस अधीक्षक मिलकर एसओपी तैयार और लागू करें। स्थानीय परिस्थिति और भौगोलिक स्थिति के अनुरूप अधिक प्रभावी और त्वरित कार्रवाई हो सकेगी।
अवैध नकदी, शराब और मुफ्त वितरण की वस्तुओं की धरपकड़ में तेजी लाएं —
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि सभी 7 विधानसभा क्षेत्रों में 735 संवेदनशील मतदान केन्द्र चिन्हित किए गए हैं। उन्होंने इस मतदान केन्द्रों सहित अन्य क्षेत्रों में धनबल के उपयोग के माध्यम से चुनाव को प्रभावित करने से रोकने के क्रम में उड़न दस्तों (एफएस) और स्थैतिक निगरानी टीमों (एसएसटी) के साथ ही आबकारी विभाग, परिवहन विभाग सहित अन्य प्रवर्तन एजेंसियों को अवैध नकदी, शराब और अन्य मुफ्त वितरण की वस्तुओं की धरपकड़ में तेजी लाने के निर्देश दिए।
महाजन ने कहा कि सभी विधानसभा क्षेत्रों में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष माहौल में चुनाव के लिए कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था के लिए सभी मानक पूरे किए जाएं. इसके लिए स्थानीय अधिकारियों को पर्याप्त सुरक्षा बल उपलब्ध कराए जाएंगे. उन्होंने कहा कि जरूरत के अनुरूप अतिरिक्त केन्द्रीय सुरक्षा बलों की मांग भी की जाएगी।
जिला निर्वाचन अधिकारियों ने तैयारियों पर प्रस्तुतीकरण दिए —
समीक्षा बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों ने उपचुनाव की तैयारियों के विषय में प्रस्तुतीकरण में सम्बंधित विधानसभा क्षेत्रों में कम मतदान प्रतिशत वाले मतदान केन्द्रों और उनके कारणों पर जानकारी दी । इन मतदान केन्द्रों पर मतदान प्रतिशत बढ़ाने, विभिन्न स्तर पर जागरूकता गतिविधियों के संचालन और स्थानीय परिस्थितियों में इसके लिए नवाचारों पर विस्तार से चर्चा की गई।
पुलिस अधिकारियों ने संवेदनशील मतदान केन्द्रों और सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी दी—
उन्होंने बताया कि संदिग्ध चुनावी आचरण और गंभीर अपराधों के आरोपियों के खिलाफ निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुरूप नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने विशेष निर्देश दिए कि मतदान दिवस को ‘सवैतनिक अवकाश’ के नियम की पालना करवाई जाए, ताकि विशेष रूप से औद्योगिक क्षेत्रों में काम करने वाले नागरिक अपने मताधिकार का स्वतंत्र रूप से उपयोग कर सकें। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए कि इसके लिए विभिन्न उद्यमों के संचालकों को पाबंद किया जाए।
निर्वाचन आयोग के पर्यवेक्षकों ने सराहना की —
भारत निर्वाचन आयोग के सामान्य पर्यवेक्षकों ने विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के प्रयासों और जागरूकता के लिए किए जा रहे नवाचारों की प्रशंसा की। उन्होंने इसके लिए दीवाली के दौरान अपने मूल निवास पर आने वाले प्रवासियों को मतदान तक रुकने के लिए की जा रही अपील, फोन और मोबाइल सन्देश आदि को रेखांकित किया। चुनाव की तैयारियों और सुरक्षा तथा कानून-व्यवस्था की स्थिति पर संतोष व्यक्त किया।