16 मार्च को मंगल पाठ वाचक मनमोहन – राजीव सोनी करेंगे मंगल वाचन
17 मार्च को 201 मैया ध्वज के साथ भक्तो के द्वारा नाचते गाते होगा ध्वज यात्रा का आयोजन
18 मार्च को कुमार शरद और अंजू शर्मा अपने भजनों से भक्तो को करेंगे मंत्रमुग्ध
उदयपुरवाटी, कुलदेवी मां शाकंभरी के आशीर्वाद से सकराय धाम की पावन धरा पर माँ शाकंभरी सेवा समिति, सकरायधाम (रजी.) के तत्वधाम में 16,17,18 मार्च 2024 को तीन दिवसीय विशाल फागन महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जिसको लेकर समिति ने तैयारियां को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है l समिति के अध्यक्ष राजेश धानुका ने बताया की सकरायधाम की पावन धरा पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 3 दिवसीय फागण महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जिसमे अलग अलग दिन विभिन्न कार्यक्रम के साथ महाप्रसाद का आयोजन किया जायेगे। समिति की कोर कमेटी ने बताया की कार्यक्रम को लेकर सभी सुपर टीम सदस्य काफी उत्साहित है।
कोर कमेटी के अनुसार 16 मार्च सप्तमी को सकराय धाम में सुप्रसिद्ध मंगल गायक मनमोहन – राजीव सोनी, मुज्जफरपुर द्वारा महामंगलपाठ, भजनोत्सव किया जायेगा साथ में कोलकाता की सुप्रसिद्ध भास्कर टीम के द्वारा नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी जाएगी। इसके अलावा मैया को छप्पनभोग, मैया का खजाना, बधाई, महाप्रसाद आदि का रंगारंग कार्यक्रम होगा, इसके अलावा मंदिर को अलौकिक फूलो, लाइटिंग के श्रृंगार से सजाया जाएगा। 17 मार्च अष्टमी को सुबह मैया को सिरा पूरी एवं सवामनी का भोग लगाया जाएगा, उसके बाद उदयपुर वाटी से सकरायधाम तक मैया रथ, 201ध्वज, ढोल – नंगाडे के साथ भक्तो के द्वारा डी. जे. की धुन पर नाचते – गाते पैदल ध्वजा यात्रा का आयोजन होगा और 18 मार्च को सुप्रसिद्ध भजन गायक कुमार शरद और अंजू शर्मा, जयपुर के द्वारा मीठे मीठे भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी, इसके साथ शुभम डांस ग्रुप के द्वारा कृष्ण राधा संग रास गरबा और नवरंग सिंह एंड पार्टी के द्वारा फूलो की होली और राजस्थानी चंग धमाल का कार्यक्रम किया जाएगा।
कमेटी ने बताया की इस बार महोत्सव में देश के विभिन्न राज्यों महाराष्ट्र,गुजरात,मध्य प्रदेश, राजस्थान,कर्नाटक,आसाम,हरियाणा,तेलंगाना,उत्तर प्रदेश,बिहार, झारखंड, छतीशगढ़, पश्चिम बंगाल, आदि जगह से मैया भक्त बड़ी संख्या में सकरायधाम पहुचेंगे और मैया का आशीर्वाद लेंगे, जिसके लिए सभी तैयारियो को अंतिम रूप दिया जा रहा है, और समिति के द्वारा सभी मैया भक्तो से निवेदन किया जाता है की कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में पधारे ।