नेशनल चेस खिलाड़ी रह चुकी सुनिता यादव रानोली की बेटी है
दांतारामगढ़, [लिखा सिंह सैनी] सुरत, गुजरात शनिवार रात के समय मंत्री श्री कुमार कानानी का बेटा बाप की गाड़ी लेकर सड़कों पर घूमते हुवे कोविड-19 के प्रतिबंधात्मक हुक्मों को तोड़ रहा था। कर्तव्यनिष्ठ लेडी कॉन्स्टेबल ने उसे रोका तो बदतमीजी पर उतर आया। बाप के मंत्रिपद के नशे में लेडी कॉन्स्टेबल को 365 दिन वहीं खड़े होने की सजा की बात करने लगा। लेडी कॉन्स्टेबल ने साफ बोल दिया कि, वर्दी कानून की है, तेरे बाप की दी हुई नहीं है। जिस पर कानूनन कार्यवाही की गई। आला अफसर ने मंत्रीजी के कहने पर इस कॉन्स्टेबल को फोन पर हड़काने लगे तो सुनीता यादव ने माफी मांगने से इनकार करते हुवे इस्तीफा दे दिया। मामला दरअसल ये है कि रात के समय मंत्री कुमार कानानी का बेटा बाप की गाड़ी लेकर सड़कों पर घूमता हुआ कोविड-19 के प्रतिबंधात्मक हुक्मों को तोड़ रहा था। कर्तव्यनिष्ठ लेडी कॉन्स्टेबल ने उसे रोका तो बदतमीजी पर उतर आया। बाप के मंत्रिपद के नशे में लेडी कॉन्स्टेबल को 365 दिन वहीं खड़े होने की सजा की बात करने लगा। मगर उस ने नेम प्लेट पर लिखे सरनेम पर गौर नहीं किया, उसके ऐसा कहने पर सुनीता यादव ने बोला कि सुन बे अमीर बाप की बिगड़ी औलाद ये वर्दी कानून की है, तेरे बाप की दी हुई नहीं है, ऑर 365 दिन खड़ा करने की औकात तेरी तो क्या तेरे बाप की भी नहीं है, जिस पर कानूनन कार्यवाही की गई । गलत को गलत कह दिया, तो राजनीति में भूचाल आगया दांतारामगढ़ के राणोली के किसान परिवार की बेटी सुनिता यादव पर हमें गर्व आप पर बड़े अफसरों ने माफी मांगने को कहा लेकिन मना करके इस्तीफा दे दिया माफी नहीं मांगूंगी इस्तीफा दे सकती हूं लेड़ी सिंघम सुनीता यादव का गुजरात पुलिस से इस्तीफा। कब तक ऐसे ईमानदारो को अफसर इस्तीफे देने पर मजबूर करते रहेंगे ये क्या सिस्टम है जनता का आप जैसे बड़े अफसरों से व कानून से भरोसा उठ गया है।सुनीता यादव तो किसान परीवार से है और ख़ुद भी नेशनल चेस खिलाड़ी है, फिर से करियर बना लेंगी लेकिन इस मामले में जो मौन है उन का क्या ,गर्व है हम सभी को की सुनिता दांतारामगढ़ की बेटी है ।