सुविधाएं कम होने से बन गया रैफरल अस्पताल
रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] रतनगढ़ राजकीय चिकित्सालय को जिला अस्पताल का दर्जा जरूर है, लेकिन रिक्त पदों एवं संसाधनों के अभाव के चलते यहां पर पदस्थापित डॉक्टर चाहते हुए भी मरीज का उपचार नियमानुसार नहीं कर पाते, जिसके चलते उक्त अस्पताल रैफरल अस्पताल बनकर रह गया है। पीएमओ डॉ संतोष आर्य ने बताया कि वर्तमान में जिला अस्पताल में 41 डॉक्टरों की पोस्ट है, लेकिन पदस्थापित चिकित्सक 20 ही है। 21 पद रिक्त होने की वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही जिला अस्पताल में होने वाली सुविधाएं जैसे आईसीयू वार्ड, सीटी स्कैन, सी एआरएम मशीन, लेप्रोस्की सर्जरी के संसाधन जैसे सुविधाओं का अभाव खटक रहा है। वर्तमान में हड्डी रोग विशेषज्ञ एवं रेडियोलॉजिस्ट के पद भी खाली पड़े हैं, जबकि शहर से दो मेगा हाईवे टच होते हैं और अस्पताल में सड़क दुर्घटनाओं से पीड़ित लोगों का आवागमन काफी रहता है, लेकिन हड्डी रोग विशेषज्ञ नहीं होने के कारण ऐसे मरिजों को रैफर करना पड़ता है। शेखावाटी लाइव के लिए रतनगढ़ से सुभाष प्रजापत की रिपोर्ट