थानेदार पर लगाए जनरल डायर होने जैसे आरोप
झुंझुनू जिले के गुढ़ा गौड़जी थाने के एसएचओ पर लगे है गंभीर आरोप
झुंझुनू, झुंझुनू जिले के गुढ़ा गौड़जी थाने के एसएचओ एक बार फिर से गंभीर आरोप लगाने पर चर्चा में आ गए है। आज रावणा राजपूत समाज, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, भाजपा इत्यादि विभिन्न संगठनों से जुड़े हुए पदाधिकारियों ने झुंझुनू जिला कलेक्ट्रेट के बाहर नारेबाजी कर गुढ़ा एसएचओ मुर्दाबाद और उदयपुरवाटी विधायक मुर्दाबाद के नारे लगाए। इसके उपरांत जिला कलेक्टर एवं जिला पुलिस अधीक्षक को लोगों ने ज्ञापन सौंपा। सौंपे गए ज्ञापन में परिवादी राहुल सिंह ने बताया कि गत दिनों क्षेत्र में निकाली गई विश्व हिंदू परिषद की भगवा रैली में मैंने बढ़ चढ़कर भाग लिया था और वंदे मातरम जैसे नारे लगाए थे। जिसके चलते किसी महिला के साथ हुई कहासुनी के मामले में मुझे गुढ़ा पुलिस थाने बुलाया गया। जबकि महिला द्वारा मौखिक रूप से कह दिया गया था कि मैं इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं चाहती। इसके उपरांत भी गुढ़ा पुलिस थाने में कथित तौर पर युवक के पैरों में भगवा झंडा बांधा गया और उसके साथ बुरी तरीके से मारपीट की गई। मारपीट करते हुए कहा गया कि उस दिन रैली में तू बहुत वंदे मातरम के नारे लगा रहा था। अब तू वंदे मातरम के नारे लगा रहा था जब तक तू नारे नहीं लगाएगा तब तक तुझे मार पड़ती रहेगी। वही ज्ञापन में यह भी बताया गया कि थाने में पिटाई करते वक्त युवक से कहा गया कि जितने भी लोग भगवा रैली में नारे लगा रहे थे उन सब का वीडियो मेरे पास है उन सब की भी हालत तेरे जैसी ही होगी। वही आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले दो रोज पूर्व इसी मामले को लेकर भाजपा जिला अध्यक्ष पवन मांवडिया ने जिला पुलिस अधीक्षक से भी मुलाकात की थी। जिस पर जिला पुलिस अधीक्षक ने युवक का मेडिकल करवाने के आदेश दिए थे। लेकिन अभी तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने पर आज रावणा राजपूत समाज के साथ विभिन्न संगठनों के लोगों ने बड़ी संख्या में जिला कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन सौंपकर गुढ़ा एसएचओ के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने की मांग की। इस अवसर पर पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि एफ आई आर नहीं दर्ज की जाती है तो इसके लिए बड़ा आंदोलन किया जाएगा। वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष पवन मावंडिया ने कहा कि गुढ़ा थाना अधिकारी ने भगवा रैली को लेकर पहले भी जिला प्रशासन को गुमराह करने का काम किया था और इस मामले में हमारी मांग है कि गुढ़ा थाना अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए और इसकी निष्पक्ष जांच की जाए। वही मावंडिया का कहना था कि एक सार्वजनिक सभा में थाना अधिकारी द्वारा स्थानीय विधायक के पक्ष में भी बात कही गई थी। सार्वजनिक रूप से किसी थाना अधिकारी द्वारा इस तरह का बयान देने का संभवत यह पहला मामला रहा होगा।