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Video News – संवेदनहीनता : राम दरबार की मूर्ति लगे प्रवेश द्वार के तोड़ने का मामला

सालासर रोड पर सुजानगढ़ के प्रवेश पर राम दरबार की मूर्ति लगे प्रवेश द्वार से जुड़ा है मामला

पीडब्ल्यूडी एईएन ने कहा कि सड़क बनने के बाद जब भी प्रवेश द्वार बनाया जाएगा उसमें रामदरबार की मूर्तियां वापस लगा दी जाएगी

चूरू, [सुभाष प्रजापत ] सालासर रोड पर सुजानगढ़ के प्रवेश पर राम दरबार की मूर्ति लगे प्रवेश द्वार के तोड़ने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है । गेट तोड़ने का वीडियो वायरल होने पर भाजपा और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने सुजानगढ़ सालासर हाईवे पर जाम लगा दिया। करीब डेढ़ घंटे तक जाम लगा रहा। पौने आठ बजे जाम खोला गया। कार्यकर्ताओं ने मौके पर धरना देकर हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया। दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारों का करीब तीन किमी नाम लग गया। सूचना पर पुलिस पहुंची तो पदाधिकारियों ने उच्चाधिकारियों की मौके पर बुलाने की बात पर अड़ गए।पीडब्ल्यूडो एईएन बाबूलाल बर्मा व जेईएन नंदलाल मुवाल से आक्रोशित लोगों ने उन्हें सड़क पर बैठाकर ही वार्ता शुरू की। लंबी बहस के दौरान एईएन ने हाथ जोड़कर माफी मांगी। बता दें कि सालासर-सुजानगढ़ पर फोरलेन बनाने के लिए रोड को चौड़ा किया जाना है। इसी को लेकर पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार ने गेट को मंगलवार रात जेसीबी के जरिए मूर्तियों को नहीं हटाकर सीधे नीचे गिरा दिया। प्रदर्शन में भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष पवन माहेश्वरी, पापंद पंकज घासीलिया विजय चौहान, एडवोकेट मनीष दाधीच, पार्षद पुरुषोत्तम शर्मा, गौरव इंदौरिया, मोहित बोचीवाल, भाजयुमो अध्यक्ष अमित मौसूण, आशीष चोटिया, विनय माटोलिया, रिछपाल बिजारणिया, बलराम सोनी व रामनिवास बुगालिया सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे। जाम की सूचना पर एसडीएम मूलचंद लूणिया, डीएसपी रामप्रताप बिश्नोई, सीआई सत्येंद्र कुमार सहित मय पुलिस जाप्ता पहुंचे। आक्रोशित लोगों को पीडब्ल्यूडी एईएन ने कहा कि सड़क बनने के बाद जब भी प्रवेश द्वार बनाया जाएगा उसमें रामदरबार की मूर्तियां वापस लगा दी जाएगी। इस दौरान एईएन से ये बात लिखित में मांगने की बात पर अड़ गए। एईएन ने कहा कि वे इस तरह लिखित में नहीं दें सकते। उच्चाधिकारियों से वार्ता करेंगे। बाद में एसडीएम ने मोर्चा संभालते हुए कहा कि वे इस संबंध में प्रशासन से बात करेंगे और मूर्तियां लगवाएंगे। वही इस तरीके से द्वार को तोड़ने और उन पर लगी हुई राम दरबार की मूर्तियों को भी इस तरीके से धरा शाही करने के बाद से सोशल मीडिया पर लगातार लोगों में जबरदस्त आक्रोश देखा जा रहा है वर्तमान संदर्भ में देखा जाए तो संबंधित लोगों ने इस मामले को लेकर संवेदनहीनता का परिचय दिया है।

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