बड़ी समस्याओ का समाधान तो बड़ी बात करने वाले भी नहीं कर पाए
झुंझुनू, झुंझुनू नगर परिषद यू तो पिछली सरकार के समय से ही सुर्खियों में बनी हुई है। हालांकि यह बात अलग है कांग्रेस सरकार के समय नगर परिषद की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर हो हल्ला मचाने वाले भाजपाई भी अचानक से मौन हो गए। जनता को अब अपनी समस्याओ से ज्यादा भाजपाइयों की चुप्पी ज्यादा दर्द देने लगी है। नगर परिषद को जनता की छोटी छोटी समस्याओ पर संज्ञान लेने में दिनों पर दिन गुजर जाते है। वही उस समय विपक्ष की भूमिका में बैठे भाजपाई टेंट और माइक के साथ परिषद के मैन गेट पर मजमा लगा दिया करते थे। फिलहाल उनकी खामोशी और उस समय के प्रदर्शनो की यादे ताजा करते हुए तो लोग अब शहर की गलियों में भी खूब ठहाके लगाते है। शहर में अवैध निर्माण या स्वीकृति के विपरीत निर्माण कार्य तो धड़ल्ले से हो रहे है। उनकी तो बात छोड़िये वार्डो की सड़को के गड्ढे भरने जैसी समस्याओं के लिए भी स्थानीय वाशिंदो को काफी मशक्क्त करनी पड़ती है। झुंझुनू शहर के वार्ड नंबर 42 के पूर्व पार्षद प्रतिनिधि जितेंद्र सिंह खींची ने बताया कि गोपीनाथ मंदिर के पास पिछले लगातार 10 दिनों से सिविर लाइन चेंबर के पास मुख्य सड़क बना सुराग दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है जिसके चलते कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इस मुख्य सड़क पर दिन रात वाहनों का आगमन लगा रहता है। इसके अलावा सड़को पर सीवरेज के चैम्बर के गड्ढे कही कही पर ऊपर उठे हुए है कही पर सड़क के लेवल से नीचे है जिससे भी लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ता है। रोड़ न तीन पर पिरु सिंह सर्किल के पास खुला पड़ा नाला भी किसी हादसे का इन्तजार कर रहा है। इस स्थान पर जयपुर – पिलानी मार्ग पर चलने वाली निजी बसों का ठहराव होता है। यह खुला पड़ा नाला कचरे से अटा पड़ा रहता है जिसके चलते भी कई बार हादसे हो चुके है। शहर की छोटी छोटी समस्याओ की फेहरिस्त ही बड़ी लम्बी है,ऐसे में यहाँ बड़े मामलो की तो चर्चा करना भी बेमानी साबित होगा। वही नगर परिषद से जुड़े बड़े मामलो में तो न्याय मित्र के के गुप्ता को भी सफलता हासिल नहीं हुई है। शेखावाटी लाइव ब्यूरो रिपोर्ट झुंझुनू