दुखद सड़क हादसे के बाद उठी ओवरलोड वाहनों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग
उदयपुरवाटी अभिभाषक संघ ने उपखंड अधिकारी को सौंपा ज्ञापन
ओवरलोड वाहनों पर कोई कार्यवाही नहीं करने पर पुलिस प्रशासन पर लगाया सवालिया निशान
उदयपुरवाटी, [कैलाश बबेरवाल ] कल हुए सड़क हादसे में 11 लोगो की जान गवाने के बाद अब लोगो का ओवरलोड वाहनों को लेकर आक्रोश सामने आने लगा है। उपखंड कार्यालय में अभिभाषक संघ ने ओवरलोड वाहनों एवं मालवाहक वाहनों द्वारा सवारियां भरने के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग को लेकर उपखंड अधिकारी रामसिंह राजावत को ज्ञापन सौंपा है। अभिभाषक संघ ने ज्ञापन में मांग की है कि उदयपुरवाटी कस्बे के स्टेट मार्गों पर चलने वाले मालवाहक वाहन सवारियां भरकर बेखौफ होकर सड़कों पर दौड़ रहे हैं। वहीं ओवरलोड डम्फर आवश्यकता से अधिक कंक्रीट पत्थर एवं बजरी डालकर मौत बनकर सड़कों पर दौड़ रहे हैं और पुलिस प्रशासन आंखें मूंदे बैठा हुआ है। पुलिस थानों के सामने से रोज ऐसे काफी वाहन निकलते हैं लेकिन ऐसे वाहनों पर कोई कार्यवाही नहीं करना पुलिस प्रशासन के लिए सवालिया निशान खड़ा करता है। मंगलवार को गुढ़ा गोड़जी के लीला की ढाणी के पास घटित हुए सड़क हादसे में एक ही परिवार के 10 सदस्यों सहित 11 व्यक्ति काल का ग्रास बन गए तथा सात गंभीर घायल हो गए। यह सभी सदस्य पिकअप गाड़ी में सवार होकर लोहार्गल स्नान करने के लिए गए थे वापस आते समय यह हादसा घटित हो गया जिसने पूरे देश को झकझोर दिया। हादसे के बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित प्रदेश के कई नेताओं ने ट्वीट के जरिए पीड़ित परिवार के लिए सहानुभूति प्रकट की है। क्षमता से अधिक वजन ढोते ओवरलोड डम्फरो से आए दिन खतरनाक हादसे घटित हो रहे हैं। ओवरलोड डंपर से सड़कों पर जगह-जगह कंक्रीट और पत्थर गिर रहे हैं जिससे हर समय भारी हादसे की आशंका बनी रहती है। ओवरलोड वाहनों के खिलाफ अभिभाषक संघ उदयपुरवाटी में भारी आक्रोश देखने को मिला। संघ ने मृतक परिवार के प्रति सहानुभूति प्रकट करते हुए परम पिता परमेश्वर से प्रार्थना कर कहा कि दिवंगत आत्माओं को शांति एवं परिजनों को इस दुखद घड़ी में सहन शक्ति प्रदान करें। अभिभाषक संघ ने उपखंड अधिकारी उदयपुरवाटी से मांग कर कहा है कि यातायात नियमों की सख्ती से पालना करवाई जाए ताकि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति ना हो। ज्ञापन देने वालों में अभिभाषक संघ उदयपुरवाटी के अध्यक्ष शीशपाल सैनी, अधिवक्ता हनुमान सिंह गुर्जर, श्रवण सैनी, लक्ष्मण राम सैनी, रणवीर सिंह शेखावत, कैलाश चंद्र वर्मा, हंस कुमार शर्मा छोटेलाल सैनी, सुरेंद्र चौधरी, राजेंद्र सैनी, ममता चौधरी, लक्ष्मण सिंह शेखावत, रमेश कुमार सैनी, विजय कुमार बड़जात्या, राजेंद्र सैनी, मंशी प्रेम चंद, ईश्वर सिंह, बनवारी लाल सैनी, बृजमोहन सैनी सहित कई अधिवक्ता मौजूद रहे।