निजी अस्पतालों का अनिश्चितकालीन मेडिकल शटडाउन, कलक्ट्रेट पर दिया धरना
झुंझुनू, झुंझुनू में प्राइवेट अस्पताल संघर्ष समिति के बैनर तले जिले के सभी निजी चिकित्सकों ने प्रस्तावित स्वास्थ्य के अधिकार बिल के विरोध में चल रहे आंदोलन को और तेज कर दिया है। देर रात से ही अनिश्चितकालीन मेडिकल से शटडाउन शुरू कर दिया जिसके तहत निजी अस्पतालों के क्लीनिक और रेडियोलॉजी डायग्नोस्टिक सेंटर की सेवाओं को पूर्णतया बंद रखने का निर्णय लिया है। सभी निजी अस्पतालों के प्रतिनिधि अपने अस्पतालों को ताला लगाकर कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। अस्पतालों की चाबियां कलेक्टर को सौंपेगे। प्राइवेट अस्पताल संघर्ष समिति के जिला कोर्डिनेटर डॉ कमल चंद सैनी ने
जानकारी देते हुए बताया कि हम शुरुआत से ही इस बिल के विरोध में थे अब इसके लिए रणनीति बनाई गई है। आज हमने अपने अस्पतालों को बंद रखा है रविवार को जिला मुख्यालय पर एक विशाल रैली शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए निकाली जाएगी जिसमे इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर के इस बिल को वापस लेने के मांग की जाएगी। धरने पर जिले भर से 100 से भी अधिक निजी चिकित्सक उपस्थित हुए जिनमे डॉ कुंदन सिंह मील, डॉ सुभाष भारद्वाज, डॉ लक्ष्मीकांत शर्मा, डॉ लालचंद ढाका, डॉ शुभकरण बुरी, डॉ अनिल महलावत, डॉ अशोक चौधरी, डॉ अर्शा चौधरी, डॉ रवि मोखरिया, डॉ ओपी सैनी, डॉ करण सिंह बेनीवाल, डॉ पुष्पेंद्र बुडानिया, डॉ संतोष ढाका, डॉ मनीष शर्मा, डॉ अंकुर मील, डॉ सुधीर रेवाड़, डॉ पवन सिहाग, डॉ अरुण सूरा, डॉ देवेंद्र चाहर, डॉ नरेंद्र श्योराण, डॉ प्रियंका बुडानिया, डॉ नरेंद्र जांगिड़ आदि शामिल थे।