Video News – प्रदेश की पहली : एक करोड़ 57 लाख की लागत से बनने वाली नंदीशाला पर लगा ग्रहण
प्रदेश की पहली नंदीशाला के रूप में हुआ था कल भूमि का पूजन
रतनगढ़ चैरिटी ट्रस्ट की बिना स्वीकृति के भूमि का कर लिया था चयन
मेगा हाइवे पर शिवबाड़ी के पास 20 बीघा भूमि पर बननी है नंदीशाला
ट्रस्ट के ट्रस्टी की शिकायत पर एसडीएम बिजेंद्रसिंह ने लगाई है रोक
रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] राज्य सरकार की बजट घोषणा के बाद प्रदेश में पहली नंदीशाला के लिए निर्माण कार्य रतनगढ़ में शुरू हुआ था। इस कार्य के लिए शहर की पिंजरापोल गोशाला समिति ने अपनी तैयारियां भी शुरू कर दी और पांच अक्टूबर को समारोह आयोजित कर भूमि पूजन भी किया था। लेकिन जिस भूमि पर निर्माण कार्य हो रहा है, उक्त भूमि को नंदीशाला के लिए दानदाता द्वारा प्रदान नहीं की गई थी और उसकी शिकायत जिला कलेक्टर एवं उपखंड अधिकारी बिजेंद्रसिंह को की गई। शिकायत मिलने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया और गुरुवार को उक्त निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई है। एसडीएम बिजेंद्रसिंह ने बताया कि राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना नंदीशाला जनसहभागिता योजनांतर्गत बननी थी, जिसमें सरकार द्वारा एक करोड़ 57 रुपए खर्च किए जाने हैं। लेकिन पिंजरापोल समिति ने 20 बीघा भूमि पर रतनगढ़ चैरिटी ट्रस्ट की बिना स्वीकृति के ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया, जिसकी शिकायत ट्रस्ट के ट्रस्टी भरतकुमार जालान द्वारा प्रशासन से की गई है। शिकायत मिलने के बाद एसडीएम बिजेंद्रसिंह ने इस संबंध में पिंजरापोल समिति द्वारा सक्षम अधिकारियों की बिना अनुमति के निर्माण कार्य नहीं करने के लिए पत्र जारी किया गया है। पत्र की प्रतिलिपि पशुपालन विभाग चूरू के संयुक्त निदेशक को भी प्रेषित की गई है। इस घटनाक्रम के बाद शहर में हो रहा नंदीशाला का निर्माण खटाई में पड़ गया है। वहीं दूसरी ओर रतनगढ़ चेरिटी ट्रस्ट एवं गोशाला संचालन समिति के बीच में एक बार फिर से दरार दिखाई दी है। इससे पूर्व गोशाला में बनने वाली सिवरेज योजना के अंतर्गत एसटीपी निर्माण पर भी ट्रस्ट एवं पिंजरापोल गोशाला समिति के बीच कई महिनों तक खींचतान चली थी।