एक प्रेमी ने कर दी अपने प्यार की खातिर दूसरे प्रेमी की हत्या
लड़की की जिंदगी में दूसरा प्यार आने के बाद दिया घटना को अंजाम
दिल्ली के करोल बाग क्षेत्र में हुई राजलदेसर के युवक की हत्या
हत्या करने वाला युवक भी है राजलदेसर कस्बे का रहने वाला
कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने किया आरोपी व उसके साथी को गिरफ्तार
राजलदेसर, [सुभाष प्रजापत ] लड़की की जिंदगी में दूसरा प्यार आ गया। दूसरा प्यार आया तो उसने दोनों प्रेमियों की आपस में मुलाकात भी करा दी। दोनों लड़के एक ही गांव के थे। एक कोलकाता में शेयर ब्रोकर के साथ एक कंप्यूटर सहायक के रूप में काम करता था, तो दूसरा दिल्ली के करोल बाग स्थित एक मोबाइल एसेसरीज की शॉप में काम करता था। लव ट्रायंगल की स्टोरी ने जल्द ही खतरनाक मोड़ लिया और इसका अंत बेहद दर्दनाक रहा। दोनों युवक मूल रूप से रतनगढ़ तहसील के कस्बा राजलदेसर के रहने वाले थे। लव ट्रायंगल का परिणाम दिल्ली में एक प्रेमी की बर्बर तरीके से हत्या के रूप में सामने आया। लव ट्रायंगल को लेकर बनी रहस्यमयी फिल्मों के अंदाज में हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। दिल्ली की करोल बाग पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्या मामले का खुलासा किया है। हत्या के दो आरोपियों को राजलदेसर से गिरफ्तार कर लिया। कस्बा राजलदेसर निवासी मनीष उर्फ विष्णू और संजय बुचा को इसी गांव की एक लड़की से प्यार हो गया। मनीष उर्फ विष्णु की दोस्ती इस लड़की से पहले हुई थी। बाद में संजय बुचा भी उसे प्यार करने लगा। 22 वर्षीय मनीष उर्फ विष्णु दिल्ली के करौल बाग स्थित एक मोबाइल एसेसरीज की शॉप में काम करता था। 21 अक्टूबर की शाम को अचानक मनीष लापता हो गया। उसकी कार संदिग्ध हालत में दिल्ली कैंट के धौला कुआं इलाके में खड़ी मिली थी। कार की पिछली सीट पर खून के धब्बे थे और मनीष का मोबाइल फोन स्विच ऑफ आ रहा था। मनीष के पिता ने करोल बाग थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई। मामला संदिग्ध होने पर करोल बाग एसआई विक्रम सिंह, एएसआई जितेंद्र कुमार, एचसी मनोज कुमार, एचसी कपिल तोमर और एचसी रवि कुमार की एक टीम बनाई गई। लापता मनीष का पता लगाने के लिये कॉल डिटेल रिकॉर्ड प्राप्त किए गए। जिस दुकान में वह काम करता था, उसके पास स्थित कैमरों के सीसीटीवी फुटेज के साथ-साथ उस क्षेत्र में स्थित कैमरों से जहां से उसकी कार बरामद की गई थी, वीडियो फुटेज खंगाले। कॉल डिटेल रिकॉर्ड की गहन स्कैनिंग करने पर पता चला कि चूरू जिले के दो व्यक्ति लापता मनीष उर्फ विष्णु के लगातार संपर्क में थे। दिल्ली पुलिस की टीम तुरंत उक्त मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर राजलदेसर पहुंची। टीम ने यहां पहुंचकर 21 वर्षीय सीताराम सुथार और उसके दोस्त 22 वर्षीय संजय बुचा को दबोच लिया। शुरुआती पूछताछ में दोनों ने तथ्यों से मामले से अंजान होने का नाटक किया। जब सख्ती से पूछताछ की गई, तो दोनों आरोपी टूट गए और लापता लड़के की हत्या करने और बाद में शव को फेंकने की बात कबूल कर ली। पूछताछ में मुख्य आरोपी संजय बुचा ने खुलासा किया कि वह कोलकाता में एक शेयर-ब्रोकर के साथ कंप्यूटर असिस्टेंट का काम करता है। वह मृतक मनीष उर्फ विष्णु से प्रेमिका के जरिये ही मिला था। बाद में दोनों युवकों का प्रेम प्रसंग उसी युवती से हो गया। आरोपी संजय बुचा चाहता था कि मनीष उर्फ विष्णु अब उसकी प्रेमिका से संपर्क करना बंद कर दें। मनीष नहीं माना तो संजय ने उसकी हत्या करके अपनी प्रेमिका को पूरी तरह हासिल करने की योजना बना ली।