झुंझुनू शहर के वार्ड नंबर 33 ब्राह्मणों के मोहल्ले की है घटना
ठिठुरते सर्दी में पहनने ओढ़ने के कपड़े भी जलकर हुए राख
झुंझुनू, झुंझुनू शहर के वार्ड नंबर 33 ब्राह्मणों के मोहल्ले में गत रात्रि को आग ने ऐसा तांडव मचाया की जिंदगी को छोड़कर गरीब ब्राह्मण परिवार का सबकुछ जलकर खाक हो गया। हम बात कर रहे है झुंझुनू शहर के वार्ड नंबर 33 में स्थित वर्षा शर्मा जो आंगनबाड़ी में काम करती हैं उनके घर की। वर्षा के घर में आग ने ऐसा तांडव मचाया कि उनके जेठ की जिंदगी तो इसमें मुश्किल से बच गई लेकिन पहनने ओढ़ने के कपड़े से लेकर घर का सारा जरूरी सामान और अब तक की जो बचत और गहने थे वह भी जलकर खाक हो गए। वर्षा शर्मा की जेठानी अंगूरी ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके दो देवरो का परिवार साथ रहता है। उनकी देवरानी वर्षा जो आंगनबाड़ी में काम करती है वर्षा का जेठ भी उसके साथ ही रहता है और 1 महीने पहले वर्षा की जेठानी का देहांत हो गया था। यह परिवार उस हादसे से अभी उबर ही नहीं पाया था कि कल रात को 9:30 बजे के आसपास घर के अंदर से धुआं उठता दिखाई दिया। उसी मकान के अंदर वर्षा का जेठ भी था। इन्होंने ऊपर आकर देखा तो आग बुरी तरीके से फैल चुकी थी। इनको डर लगा कि कहीं अंदर सो रहे हो वर्षा का जेठ भी आग का शिकार नहीं हो गया हो। ऐसी स्थिति में इन लोगों के हाथ पांव फूल गए और शोर मचाने पर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। वही इस गरीब परिवार के पास आग बुझाने के लिए पानी की टंकी भी नहीं थी जिसके चलते आज पड़ोस के लोगों से पानी लेकर आग को बुझाने का प्रयास किया गया। वर्षा की जेठानी जानकारी देते हुए बताया कि हमारी गली इतनी सकड़ी है कि इसके के अंदर से एक बाइक सवार ही मुश्किल से निकल पाता है जिसके चलते और हड़बड़ाहट में इन्होंने फायर ब्रिगेड को भी सूचना नहीं दी। वही शोर-शराबा सुनकर पास में स्थित काजीवाड़ा तक के युवक भी आग बुझाने के लिए पहुंचे। इस गरीब ब्राह्मण परिवार को आग से बचाने के लिए काजीवाड़ा के मुस्लिम युवकों ने भी सराहनीय प्रयास किया जो हमारे सामाजिक ताने-बाने की सुंदरता का भी उदाहरण है। वही जब संवाददाता ने घर की विजिट की तो वर्षा कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए गई हुई थी। उसने फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि रात को जो घर में आग लगी उसके चलते सब कुछ जलकर खाक हो गया यहां तक की पहनने और ओढ़ने तक के कपड़े भी आग में जलकर खाक हो गए और इनके जीवन भर की थोड़ी बहुत जो सेविंग के रूप में नगदी या गहने थे वह भी इस आग में जलकर भस्म हो गए। वही गनीमत यह रही कि सिर्फ किसी तरीके से इनके जेठ को आग से बाहर निकाल लिया गया बाकी इस परिवार का सब कुछ जलकर खाक हो गया। ऐसी स्थिति में इनके परिवार को अब प्रशासन और भामाशाहो के मदद की सख्त जरूरत है।