युवती से जुड़ा है मामला
दांतारामगढ़, [प्रदीप सैनी ] दांतारामगढ़ इलाके में इन दिनों बदमाशों का लगातार बोलबाला नजर आ रहा हैं। बदमाशों के हौसले इतने बुलंद है कि उन्होंने पुलिस महकमे को भी नहीं बख्शा। इसी की एक बानगी यह है कि बुधवार को सुबह खाचरियावास पुलिस चौकी पर अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया। जानकारी के अनुसार करड़ निवासी एक युवती अपनी शादी से 3 दिन पहले परीक्षा देने के बहाने विजयपुरा निवासी एक युवक नरेंद्र के साथ फरार हो गई। युवती के गायब होने की सूचना के चलते सदमे में अगले दिन युवती की दादी की मौत हो गई जिससे तीन बहनों की 14 नवम्बर को एक साथ होने वाली शादी रद्द हो गई। युवती के पिता बाबूलाल ने 11 नवम्बर को अपनी बेटी के गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करवाई। पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाने के बाद पुलिस की कार्रवाई की शिथिलता के चलते लड़की के पिता ने समाजसेवी श्रवण बुरड़क से मदद मांगी जिस पर श्रवण बुरड़क ने प्रयास करते हुए युवक-युवती के गाजियाबाद में होने की सूचना खाचरियावास पुलिस चौकी स्टाफ को दी। युवक-युवती के गाजियाबाद होने की सूचना पर हैड कांस्टेबल बंशीधर ने एक सिपाही और महिला कांस्टेबल की मदद से युवक-युवती को सिहानी गेट थाना गाजियाबाद पुलिस से दस्तयाब कर लिया व मंगलवार को रवाना होकर बुधवार प्रातः 3:30 बजे खाचरियावास चौकी पर पहुंचे। युवक-युवती के खाचरियावास चौकी में होने की जानकारी पर युवक नरेंद्र के सहयोगी करीब डेढ़ दर्जन लोग तीन-चार वाहनों में सवार होकर खाचरियावास पुलिस चौकी पहुंचे और वहां हंगामा करने लगे कि लड़की को हमारे हवाले कर दिया जाए। शोर-शराबा सुनकर पुलिस चौकी के सामने स्थित निवासी श्रवण बुरड़क व उसके साथी दौड़कर पुलिस चौकी पर पहुंचे और वहां हंगामा करने वाले युवकों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया जिस पर साथ आए शेष अन्य लोग एक स्कॉर्पियो व स्विफ्ट गाड़ी छोड़कर दूसरे वाहनों में सवार होकर भाग गए। मामले को लेकर थानाधिकारी मदनलाल कड़वासरा ने बताया कि बुधवार सुबह अंकित यादव पुत्र पोखर मल निवासी सुखालपूरा, नितिन वर्मा निवासी रेनवाल व मनमोहन हिंडाला निवासी डांसरोली को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया हैं। चौकी प्रभारी बंशीधर ने बताया कि दस्तयाब लड़की बालिग हैं। उसने किसी पर आरोप नहीं लगाया बल्कि उसने घूमने के उद्देश्य से युवक नरेंद्र के साथ जाना बताया हैं। इस पर युवक और युवती को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है।
पूरे प्रकरण में इनकी रही महत्वपूर्ण भूमिका
समाजसेवी श्रवण बुरड़क के साथ पुलिस चौकी पर हंगामे के दौरान विकास लोरा, शंकर लाल सामोता, गणपत लाल टक्कर सहित कई लोगों ने चौकी पर हंगामा करने आए लोगों का सामना किया। इस पूरे प्रकरण में श्रवण बुरड़क का कहना है कि जैसे ही मुझे युवती के भागने की बात उसके पिता ने बताई और मदद के लिए कहा वैसे ही मैंने अपने सोर्स लगाकर युवक व युवती के मोबाइल ट्रेस करवाए व युवक-युवती को गाजियाबाद जाने में मदद करने वाले साथियों व वाहन चालक रवि निवासी लापुंवा, वाहन के मालिक जितेंद्र निवासी खाटूश्यामजी, साथी राहुल निवासी खाटूश्यामजी व प्रशांत निवासी सवाईपुरा से बात करते हुए इनका पता लगाया। इसके बाद मैने गाजियाबाद के सिहानी थानाधिकारी व पुलिस अधीक्षक की मदद से दोनों को पकड़वाया। पुलिस चौकी के सामने का सारा घटनाक्रम सामने लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हैं।
गाजियाबाद गए पुलिसकर्मियों का कहना है
पुलिस ने बताया कि गाजियाबाद से एक स्कॉर्पियो गाड़ी ने भी लगातार पीछा किया और पीछा करते हुए खाचरियावास चौकी पहुंची। जो दोनों युवक व युवती की लोकेशन की जानकारी लगातार युवक के साथियों को देते रहे जिससे अन्य लोग भी सुबह सवेरे खाचरियावास चौकी पहुंचे और यह हंगामा कर बैठे।