चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव एवं अतिरिक्त मिशन निदेशक शंकरलाल कुमावत ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पर संचालित मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र व श्री कल्याण अस्पताल का निरीक्षण किया। मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र में पीपीपी मोड पर संचालित टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर (आईवीएफ सेंटर) में उपकरण व मशीनों को चालू नहीं किए जाने पर उन्होंने सख्त नाराजगी जताते हुए कहा कि यह आईवीएफ सेंटर है, कोई म्यूजियम नहीं। उन्होंने सेंटर के मैनेजर अजयसिंह को उपकरण व मशीने शीघ्र चालू करने की हिदायत देते हुए एक माह में लाभान्वित हुए रोगियों की जानकारी मांगी, जिस पर वे संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाए। वहीं अधिकारियों के पूछने पर पता चला कि सेंटर पर चिकित्सक भी नहीं आता है। इस पर उन्होंने पीपीपी मोड पर संचालित सभी सेंटरों की जांच करवाने की जरूरत बताई। एमसीएच के प्रभारी डॉ बीएल राड ने बताया कि सेंटर पर अंडो की जांच के लिए सोनोग्राफी मशीन आवश्यक है, जबकि इनके पास नहीं है। इस दौरान उन्होंने एमसीएच के वार्डों में भर्ती रोगियों से दी जा रही सेवाओं व सुविधाओं की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए ठेकेदार को पाबंद करने के निर्देष देते हुए कहा कि इस कार्य में कोई समझोता नहीं चलेगा। प्रदेश स्तरीय अधिकारियों ने स्वच्छता पखवाडे के तहत किए गए साफ -सफाई व अन्य कार्यो के साथ, मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री नि:शुल्क जांच योजना, लेबर रूम, ऑपरेशन थियेटर, वार्डों में रोगियों के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अजय चौधरी ने बताया कि प्रदेश स्तरीय अधिकारियों की टीम ने मंगलवार सुबह जिला मुख्यालय पर संचालित मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र तथा दोपहर में श्री कल्याण अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने दोनों ही संस्थाओं के वार्डों में भर्ती रोगियों से उनको दी जा रही सुविधाओं व सेवाओं की जानकारी ली। एमसीएच के प्रभारी अधिकारी डॉ बीएल राड ने एसएनसीयू, एएनसी, पीडियाट्रिक, टीकाकरण, रेडियोलॉजी, रिकार्ड रूम, ऑपरेशन थियेटर, बच्चा वार्ड, गायनिक वार्ड, पीएनसी वार्ड की व्यवस्थाओं तथा नि:शुल्क दवा वितरण केंद्र तथा औषधि स्टोर में दवाइयां की स्थिति की जानकारी दी। श्री कल्याण अस्पताल में पीएमओं डॉ अशोक चौधरी ने अस्पताल के ओपीडी कक्ष, भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना काउन्टर, नेत्र ओपीडी, एनसीडी क्लिनिक, चर्म एवं रति रोग, आर्थोपेडिक, प्लास्टर कक्ष, नि:शुल्क दवा वितरण काउन्टर, मॉडयूलर ऑपरेशन थियेटर तथा वार्डों में जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान ओपीडी में रोगियों की संख्या जानकारी ली तथा 30 साल से अधिक आयु वर्ग के लोगों की एनसीडी स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए। इससे पूर्व उन्होंने पीएमओ कक्ष में अधिकारियों से बैठक भी ली।
-दवाइयों का स्टॉक रजिस्ट्रर बनाने के निर्देश एमसीएच के निरीक्षण के दौरान औषधि स्टोर में स्टॉक रजिस्ट्रर बना हुआ नहीं पाए जाने पर उन्होंने स्टॉक रजिस्ट्रर बनाने तथा नियमित रूप से उसे संधारित करने के निर्देश दिए। यहां पर दवाइयों की रैंक भी दीवार से सटा कर रखी हुई थी, जिसे दीवार से करीब 6 इंच दूर रखने तथा फर्श पर दवाइयों के कार्टून को नहीं रखने के निर्देश दिए।
-सफाई ठेकेदार के कार्मिकों को किया पाबंद एएमडी शंकरलाल कुमावत को अधिकारियों ने अवगत कराया कि सफाई ठेकेदार इंदौर का है और वह कभी भी यहां पर नहीं आता है। इस पर उन्होंने ठेकेदार के कार्मिकों को बुलाया और उनको सुबह, दोपहर व शाम के समय नियमित रूप से एमसीएच व श्री कल्याण अस्पताल में सफाई करने के लिए पाबंद किया। उन्होंने स्थिति में सुधार नहीं होने तथा मजदूरों का समय पर भुगतान नहीं करने पर ठेकेदार की फर्म को ब्लैक लिस्ट करने की चेतावनी भी दी।
एएमडी ने की लेबर रूम व रिकार्ड संधारण व्यवस्था की सराहना प्रदेश स्तरीय टीम ने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र के लेबर रूम तथा एसके अस्पताल के रिकार्ड रूम व रानोली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की सराहना भी की। अतिरिक्त मिशन निदेशक शंकरलाल कुमावत ने कहा कि एमसीएच का लेबर रूम प्रदेश स्तरीय लेबर रूम जैसा है। इसे राष्ट्रीय स्तर भी पहचान दिलाने का प्रयास किया गया। यहां के लेबर रूम व्यवस्थित और बेहतरीन है। वहीं श्री कल्याण अस्पताल के रिकार्ड रूम में रिकार्ड संधारण व्यवस्था तथा रानोली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में रोगियों को दी जा रही सेवाएं व सुविधाएं शानदार है। एएमडी शंकरलाल कुमावत व नोडल अधिकारी डॉ रफीक मोहम्मद ने मंगलवार शाम को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय का भी निरीक्षण किया। इस दौरान सीएमएचओं डॉ अजय चौधरी व अन्य अधिकारियों ने उनका अभिनंदन किया।