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ढूकिया हॉस्पिटल में
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झुंझुनू शहर स्थित ढूकिया हॉस्पिटल में आज विश्व मलेरिया दिवस पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में डॉक्टर मोनिका ढूकिया ने बताया कि मलेरिया आमतौर पर बारिश के मौसम में जुलाई से नवंबर के बीच ज्यादा फैलता है। मलेरिया में हर व्यक्ति की बॉडी कैसे रिएक्ट करेगी उसका लेवल अलग अलग होता है। मलेरिया में आमतौर पर एक दिन छोड़कर बुखार आता है और मरीज को बुखार के साथ कंपकपी भी लगती है इसलिए मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों में रोग का प्रसार रोकने के लिए दवाओं के साथ-साथ मच्छरों का उन्मूलन या उनके काटने के बचाव किए जाते हैं। इस अवसर पर डॉ अमित उदयपुरिया ने बताया कि मच्छरों के प्रजनन स्थलों को नष्ट करके इसकी रोकथाम की जा सकती हैं। डॉ अमित चाहर ने बताया कि मलेरिया के विरुद्ध पहला प्रभावी उपचार सिनकोना पेड़ की छाल से किया गया था जिसमें कुनैन पाई जाती है वही आज भी कुनैन की दवाई दी जाती है।