संप्रति संस्था एवं कायम एज्युकेशन एंड सोशियल डवलपमेंट संस्था की ओर से सूचना केंद्र में नागरिक अभिनंदन
चूरू, राजस्थान साहित्य अकादमी के अध्यक्ष एवं ख्यातनाम साहित्यकार दुलाराम सहारण ने कहा है कि राज्य सरकार की ओर से उन्हें जो जिम्मेदारी दी गई है, सबको साथ लेकर वे उसके बेहतरीन निर्वहन के लिए काम करेंगे। सभी के सहयोग से राजस्थान में साहित्यिक गतिविधियों को ऊंचाइयां प्रदान की जाएगी और यह कोशिश रहेगी कि अकादेमी राजस्थान के लेखकों के लिए और बेहतर मंच बने।अकादमी अध्यक्ष दुलाराम सहारण रविवार को चूरू के सूचना केंद्र में संप्रति संस्था एवं कायम एज्युकेशन एंड सोशियल डवलपमेंट संस्था की ओर से आयोजित अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रहे थे। अपने अभिनंदन पर प्रत्युत्तर देते हुए सहारण ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिस विश्वास के साथ उन्हें अकादमी अध्यक्ष नियुक्त किया है, वे उस पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे। मुख्यमंत्री की मंशा के मुताबिक अकादमी के प्लेटफॉर्म का साहित्यक गतिविधियों की बेहतरी के लिए अधिकतम सदुपयोग किया जाएगा। अपने अनुभव और संस्मरण साझा करते हुए सहारण ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का यह कहना कि ‘आप मांगते-मांगते थक जाओगे, वे देते देते नहीं थकेंगे’ अपने आप में ंएक ऊर्जा देने वाली बात है। साहित्य की समृद्धि और साहित्यकारों के कल्याण के लिए वे सतत प्रयासरत रहेंगे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजस्थान महिला आयोग अध्यक्ष रेहाना रियाज ने कहा कि आजीवन मायड़ भाषा के की मान्यता के लिए संघर्ष करने वाले दुलाराम सहारण के काम को इस नियुक्ति के माध्यम से मान्यता और सम्मान मिला है, यह हम सभी के लिए गौरव की बात है। राज्य सरकार की ओर से सहारण का इस नियुक्ति के लिए चयन एक बेहतरीन और योग्य व्यक्ति का चयन है। दुलाराम सहारण की ऊर्जा और विजन से अकादमी की गतिविधियों को ऊंचाइयां मिलेंगी, यह हम सभी का विश्वास है। उन्होंने कहा कि दुलाराम सहारण का सम्मान हम सभी का सम्मान है। उन्होंने सहारण से कहा कि उन्होंने एक बड़ा संघर्ष किया है, उनकी यह जिम्मेदारी है कि संघर्षशील युवाओं को अवसर दें और आगे बढाएं।
जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने दुलाराम सहारण के व्यक्तित्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनसे बेहतर कोई नाम साहित्य अकादमी अध्यक्ष पद के लिए नहीं हो सकता था। राज्य सरकार का यह निर्णय अकादमी के उस मंच की भी गरिमा बढाएगा।विशिष्ट अतिथि प्रो. एचआर ईसराण ने दुलाराम के व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा करते हुए कहा कि यह नियुक्ति दुलाराम सहारण की वैचारिक समृद्धता और उनकी सामाजिक व राजनैतिक प्रतिबद्धता का सम्मान है।
आभार व्यक्त करते हुए कायम एज्युकेशन एंड सोशियल डवलपमेंट संस्था के रियाजत खान ने कहा कि दुलाराम क्षेत्र के युवाओं के लिए एक आईकॉन है। वे सदैव अपने साथियों को आगे रखकर और स्वयं पर्दे के पीछे रहकर काम करने का प्रयास करते हैं। उन्होेंने सदैव अपने साथियों को आगे बढाने और मान सम्मान देने का काम किया है।स्वागत उद्बोधन में संप्रति संस्था के अध्यक्ष राधेश्याम चोटिया ने कहा कि दुलाराम सहारण हमेशा से ही साहित्यिक गतिविधियों के लिए समर्पित व्यक्तित्व है। इनके अध्यक्ष बनने से युवाओं में और साहित्यकारों में ऊर्जा का संचार हुआ है।
सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय ने कहा कि दुलाराम सहारण की नियुक्ति से निश्चित ही अकादमी की गतिविधियों को ऊंचाइयां मिलेंगी। हम कल्पना कर सकते हैं कि जिस व्यक्ति ने अपने निजी प्रयासों से लोगों को साथ लेकर साहित्य जगत में इतना काम किया है, हम कल्पना कर सकते हैं कि वह अकादमी जैसे मंच पर रहकर कितना ही कार्य कर सकते हैं।इससे पूर्व इस मौके पर राजस्थान महिला आयोग अध्यक्ष रेहाना रियाज, जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग सहित अतिथियों ने शॉल श्रीफल, अभिनंदन पत्र भेंटकर एवं माल्यार्पण कर दुलाराम सहारण का अभिनंदन किया। साहित्यकार बनवारीलाल खामोश ने अभिनंदन पत्र का वाचन किया। शायर अब्दुल मन्नान ने काव्यात्मक पंक्तियों से दुलाराम का अभिनंदन किया। संचालन कमल सिंह कोठारी ने किया।
इस दौरान नगरश्री संस्था के श्यामसुंदर शर्मा, रमजान खान, पूर्व सरपंच रामनिवास सहारण, जमील चौहान, इदरीश खत्री राज, पार्षद नरेंद्र सैनी, मनोनीत पार्षद दीपिका सोनी, उम्मेद गोठवाल, दयापाल सिंह पूनिया, क्रय-विक्रय सहकारी समिति के चिमनाराम कारेल, सुबोध मासूम, अबरार खां, नानकराम डूडी, महेश मिश्रा, राजकुमार सारस्वत, नरेंद्र सैनी, दिलीप सिंधी, अभिनव सरोवा, इंजीनियर सुरेश शर्मा, ज्योति सिंह, युवा लेखक दीपक कामिल, विश्वनाथ सैनी, मुबारक भाटी, सिराज जोइया, आबिद खां मोयल, पार्षद किशन लाल सैनी, कमल शर्मा, किशन उपाध्याय, पत्रकार मधुसूदन शर्मा, कवि-पत्रकार आशीष गौतम, पवन शर्मा, नरेंद्र शर्मा, देवराज लाटा, राहुल शर्मा, सद्दाम पटवा, एलडी जोशी, राजीव बहड़, रामचंद्र सुंडा, मुंशी खां, गिरधारी पार्षद, शैलेंद्र सोनी, बजरंग सैनी, दिनेश लाटा, आरिफ खां, इलियास गौरी, सलेमुद्दीन खां गिरदावर, विनोद पार्षद, काजी अब्बास अली, महबूब अली खां, कालूराम महर्षि, आरिफ खां एबीएस, रामचंद्र सुंडा, मंगतु राम बागड़ा, ज्याति सिंह, अग्निकुमार शर्मा, कमल नयन शर्मा, दयानंद पूनिया, राजेंद्र शेखावत, अभिषेक सरोवा, इकबाल रूकनखानी आदि ने माल्यार्पण कर दुलाराम सहारण का अभिनंदन किया।