उदयपुरवाटी, सकराय में स्थित माता शाकम्भरी के दरबार में चल रहे 9 कुंडीय सहस्त्रचंडी महायज्ञ सोमवार को 12ः15 बजे पूर्णाहूति के साथ समापन होगा। 9दिन से चल रहे भक्तिमय माहौल से ओतप्रोत माता शाकम्भरी के दरबार में रोजाना हजारों भक्तगण धोक लगाने व महायज्ञ मंडप के फेरी लगाकर अपनी मनोकामना पूर्ण होने की माता के अर्जी लगाई। मां शाकम्भरी सेवा समिति सकरायधाम रजि. के सौजन्य से चल रहे धार्मिक कार्यक्रम में रविवार को दिनभर पूजा-अर्चना व आहुतियां देेने का क्रम जारी रहा। यज्ञाचार्य पंडित विक्रम शास्त्री श्रीमाधोपूर ने यजमानों को बौद्विक में जीवन जीने के महत्व के बारे में बताया कि सत्य को माता, ज्ञान को पिता, धर्म को भ्राता, दया को सखा, शान्ति को पत्नी, और क्षमा को पुत्र मानने वाला प्राणी जीवन में सुख समृद्धि वैभव ऐश्वर्य व कीर्ति को प्राप्त कर गौलोक में परमपद को प्राप्त होता है। माँ दुर्गा दैत्यों का विनाश करने वाली, भव बन्धन के पाश से मुक्त करने वाली, शोक दुःख एवं नरक के यमदण्ड रूपी अरिष्ट को दूर करने वाली है। दुर्गा नाम की महिमा का वर्णन करते हुये कहा कि दकार शब्द दैत्य नाशक, उकार विघ्नविनाशक, रकार रोगो का नाश करने वाला, गकार पापनाशक तथा आकार शत्रुओं के भय से मुक्त करता है। श्रीराम नाम की महिमा में कहा गया कि यदि दूत रामनामाक्षर अर्थात दो अक्षरों के रामनाम का उच्चारण करता है तो प्रभु उसे दण्ड से मुक्त कर देते हैं। जिस प्रकार रामरस के बिना भोजन में स्वाद नहीं हैं उसी प्रकार राम नाम के बिना मानव जीवन भी स्वादहीन है। भगवान जगन्नाथ के महत्व पर बताया कि ऋग्वेद मन्त्र संहिता के अनुसार वह जो समुद्र के पार स्थित है। जो जीवरूप में नहीं है जो परब्रह्म दारूरूप में ही पल्लवित है। अर्थात संसार सागर से पार करने में जो नौका रूप में विद्यमान है। वही पूज्य जगन्नाथ है। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री अशोक डीडवानीया, विहिप के प्रांत सहमंत्री विवेक, विहिप के मानसरोवर जिला मंत्री विष्णु, चिडावा जिला मंत्री विनोद, पिलानी प्रखंड मंत्री सुनिल मित्तल, संघ के झुंझुनूं जिला प्रचारक अक्षय, जिला सहकार्यवाह गंगाराम मौर्य, वनखंडी धाम लोहार्गल के महंत बद्रीदास महाराज, किरोड़ी धाम के हरीश स्वामी, वीर हनुमान मंदिर के महंत हनुमतदास, समिति अध्यक्ष राजेश धानुका, सचिव सुभाष अग्रवाल, कोषाध्यक्ष संदीप रामुका, अरुण ढनडारिया, संजय शाह, बालकृष्ण शाह, बबीता शर्मा, सुनील कुमार अग्रवाल मुजफ्फरपुर, मुकेश बागला, मुकेश नेवटिया, राजू भौतिका, दीनदयाल अग्रवाल, शिल्पी शाह, निशा धानुका, सुनीता अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
श्रीमाधोपूर के गायककारों ने दी भजनों की प्रस्तुती
सहस्त्रचंडी महायज्ञ की आरती के बाद में शनिवार की रात्रि में गायक शैलेन्द्र शास्त्री श्रीमाधोपुर, गायक नितेश भारद्वाज गढ़तकनेत की टीम ने एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुतियां दी। भजन संध्या में मौजूद श्रद्वालुओं ने शाकम्भरी माता के भजनों का लुत्फ लेते हुये खूब झूमे।