चिड़ावा एसडीएम, डिप्टी, मंड्रेला थानाधिकारी ने की वार्ता
पंचायत समिति सदस्य धर्मवीर सुलखनियां, सतीश पूनिया तारानगर विधायक प्रतिनिधि, पूर्व विधायक मनोज न्यांगली सहित रहे मौजूद
झुंझुनू, मंडला के डॉक्टर नेहरा अस्पताल में चूरू जिले की नोरंगपुरा की महिला की इलाज के दौरान मौत के प्रकरण चल रहा गतिरोध आखिरकार समाप्त हो गया। पंचायत समिति सदस्य धर्मवीर सुलखनिया, तारानगर विधायक के प्रतिनिधि सतीश पूनिया पूर्व विधायक मनोज न्यांगली सहित 5 सदस्य प्रतिनिधि मंडल और पुलिस प्रशासन के बीच वार्ता हुई और सभी मांगों पर वार्ता सफल रही। वार्ता सफल होने के बाद अस्पताल परिसर के बाहर चल रहा धरना समाप्त कर दिया गया और मृतक महिला 58 वर्षीय राजबाला के शव को झुंझुनू के बीडीके अस्पताल भिजवा दिया गया। मेडिकल बोर्ड से महिला का पोस्टमार्टम किया जाएगा जिसकी पूरी वीडियोग्राफी की जाएगी वहीं अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ एक जिला स्तरीय कमेटी जांच करेगी।
गौरतलब है कि मण्ड्रेला कस्बे के नया बस स्टैंड पर स्थित निजी डां नेहरा अस्पताल में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। परिजनों ने इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए शव लेने से मना कर दिया और अस्पताल के मुख्य दरवाजे पर शव रखकर धरना प्रदर्शन किया। नोरंगपुरा चूरु निवासी राजबाला पत्नी सरजीत जाति जाट उम्र 58 वर्ष को सोमवार सुबह सिर दर्द की शिकायत होने पर अस्पताल लेकर आए थे चिकित्सकों ने इलाज शुरू कर दिया और शाम को चिकित्सकों ने घर ले जाने की बात कही तब देखा तो राजबाला की मौत हो चुकी थी परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि महिला का सही इलाज नहीं करने के कारण उसकी जान चली गई परिजनों ने मांग की है कि जब तक मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम नहीं कराया जाएगा व अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी तब तक शव को नहीं उठाया जाएगा। आखिरकार सहमति बनने के बाद से शव उठा लिया गया और प्रशासन ने भी राहत की सांस ली।