बिना इंचार्ज के चल रहा इमरजेंसी वार्ड, मरीजों से बात कर जाना हाल
चूरू, [सुभाष प्रजापत ] जिला कलेक्टर पुष्पा सत्यानी बुधवार को डीबी अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचीं। अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में जगह-जगह गंदगी के ढेर, लचर सफाई व्यवस्था और अव्यवस्थाओं पर नाराजगी जताई। जिस पर उन्होंने मौके पर मौजूद डॉक्टर से इमरजेंसी वार्ड के बारे में पूछा। पूछताछ में सामने आया कि 17 अगस्त के बाद से ही अस्पताल का इमरजेंसी वार्ड बिना इंचार्ज के ही संचालित किया जा रहा है। कलेक्टर ने कार्यवाहक अस्पताल अधीक्षक डॉ. अजिताभ सोनी से सफाई व्यवस्था के बारे में जानकारी ली।जिला कलेक्टर ने कहा कि राज्य सरकार को लिखा जाए कि वर्तमान अस्पताल अधीक्षक से अस्पताल का काम सही ढंग से नहीं संभल रहा है। किसी जिम्मेदार को यह जिम्मेदारी दी जाए। जो अस्पताल की व्यवस्थाओं को संभाल सके। अस्पताल में बेड पर कलर कोड के हिसाब से बेडशीट बिछाई जाए। इमरजेंसी वार्ड में इतनी गंदगी के बीच कोई मरीज किस तरह से अपना इलाज करवाता होगा। एमसीएच विंग का निरीक्षण करते हुए सत्यानी ने कहा कि एमसीएच विंग में भी जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हुए हैं। सफाई का कोई सिस्टम नहीं है। कितने सफाई कर्मचारी आते हैं, कितने नहीं आते, सफाई के लिए कितनी शिफ्ट बनी है। इसको किसी से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वार्ड इंचार्ज अपने वार्ड की सफाई व्यवस्था और बेडशीट का ध्यान रखे। इसमें कोई भी कर्मचारी कोताही बरते तो सीधा नोटिस जारी करें। अब इस तरह से काम नहीं चलने वाला है। जब भी अस्पतालका निरीक्षण करने आई हूं। हर बार सफाई व्यवस्था नहीं के बराबर मिलती है। इस मौके पर वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. इकराम हुसैन, डॉ. गुलशन बानो, डॉ. इदरिश खान, नर्सिंग अधीक्षक रमेश कुमारी मौजूद थे।एमसीएच के निरीक्षण के दौरान जिला कलेक्टर पुष्पा सत्यानी ने वार्ड में बैठे मरीजों से उनका हाल जाना। पीडिया वार्ड में बेड के पास लगे पंखे के बारे में पूछा। तब मरीज के परिजन ने बताया कि वार्ड में एक कूलर है। उसमें भी पानी नहीं डाला जाता है। प्रसूता और नवजात परेशान होते हैं, इसलिए घर से पंखा लेकर आना पड़ा। तभी कलेक्टर ने संबंधित वार्ड इंचार्ज को व्यवस्थाओं में सुधार करने की सख्त हिदायत दी। वहीं कई मरीजों की समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया।जिला कलेक्टर पुष्पा सत्यानी ने बताया कि अस्पताल के सभी नर्सिंग सुप्रीडेंट और वार्ड प्रभारी सफाई ठेकेदार को पाबंद कर आज ही सभी सफाई कर्मचारी को लगाकर अस्पताल को साफ करवाएंगे। सीसीटीवी कैमरों के बारे में बोलते हुए कलेक्टर ने कहा कि कैमरे चेक किए गए हैं। तीन कैमरों को छोड़कर बाकी चल रहे हैं। इसलिए बंद सीसीटीवी कैमरों को भी जल्द चालू करवाया जाएगा। अस्पताल में डॉक्टर की लगने वाली बायोमेट्रिक अटेंडेंस पर कहा कि संबंधित इंचार्ज अब हर दिन सुबह डॉक्टरों के द्वारा लगाई गई अटेंडेंस के बारे में डिटेल्स के साथ जानकारी भेजेगा।जिला कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान ईसीजी करने वाले टेक्नीशियन भी कलेक्टर से मिले। ईसीजी स्टाफ ने कलेक्टर को लिखित में ज्ञापन दिया। जिसमें इंचार्ज उदयवीर सिंह ने बताया कि 6 महीने से ईसीजी करने वाले स्टाफ को सैलरी नहीं मिल रही है। काफी बार अस्पताल अधीक्षक को लिखित में देकर अवगत करवा दिया है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जिस पर कलेक्टर सत्यानी ने आश्वासन देते हुए कहा कि मैं इस मामले को गंभीरता से देखते हुए समाधान करवाउंगी। इस मौके पर नेहा असवाल, सौरभ, बबली, मोनिका, पूजा और कविता मौजूद रहे।