रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] सोमवार, शक्तिपीठ जीण माता मंदिर, मावलिया बास में वार्षिकोत्सव के अवसर पर आयोजित श्रीमद् देवी भागवत कथा का मंगलमय शुभारंभ कलश यात्रा के साथ हुआ। राम दरबार, गनेड़ीवाल मंदिर में कलश पूजन का आयोजन हुआ। जहां से सैंकड़ों महिलाओं ने सर पर कलश धारण कर यात्रा में भाग लिया। शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए यात्रा कथा स्थल तक पहुंची। प्रथम दिन कथा वाचक कृष्णानंद महाराज ने बताया की श्रीमद् देवी भागवत के श्रवण मात्र से मनुष्य के कई जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं। मानव के कल्याण के लिए कथा अमृत के समान है। प्राणी श्रवण मात्र से अपना और अपने कुटुंब का कल्याण कर सकता है। सच्चे हृदय और जगत कल्याण की कामना को लेकर जो भी इस कथा का श्रवण करता है उसके सभी जन्मों के पाप धुल जाते हैं।आयोजन में रामचंद्र घोड़ेला, रमेश चंद्र- संतोष बाबू इंदौरिया, गणेश राम हरितवाल, बनवारी लाल बगरानिया, अंबिका प्रसाद हारीत, मांगीलाल टाक, विष्णु दत्त लुहानीवाल, मुरारी लाल पारीक, जगनलाल मीना, हनुमान प्रसाद घोड़ेला, जगजीवन राम, अनील कुमार चौटिया, भींवाराम प्रजापत, बाबूलाल शर्मा आदि श्रद्धालु जन उपस्थित थे।