चूरू, मुख्य सचिव सुधांश पंत के निर्देशानुसार राज्य सरकार के कार्यकाल की प्रथम वर्षगांठ के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों का आयोजन 15 दिसम्बर, 2024 से 31 जनवरी, 2025 तक किया जाएगा। शिविर सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित किए जाएंगे।
अतिरिक्त जिला कलक्टर अर्पिता सोनी ने बताया कि शिविरों में एलोपैथी के साथ ही आयुष पद्धति के माध्यम से भी रोगों का निदान एवं उपचार किया जाएगा। आवश्यकतानुसार अति विशिष्ट विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा टेलीकंसल्टेशन के माध्यम से भी नागरिकों को लाभान्वित किया जाएगा। शिविर में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच, बच्चों का टीकाकरण, डायबिटीज, हाइपरटेंशन, कॉमन कैंसर एवं अंधता रोगी की स्क्रीनिंग की जायेगी। किसी मरीज को आवश्यकता होने पर एम्बुलेंस के माध्यम से उच्च चिकित्सा संस्थान पर ले जाकर भी उपचारित किया जाएगा। सभी शिविरों में 37 प्रकार की जांच सुविधा निःशुल्क उपलब्ध होंगी।
गुणवत्तापूर्ण एवं समग्र उपचार की दृष्टि से पंचायत समिति मुख्यालयों पर फोलोअप एवं जिला स्तर स्तर पर रेफरल शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा उपचार किया जाएगा। फोलोअप शिविरों में भी अति विशिष्ट विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा टेलीकंसल्टेशन की सेवाएं ली जाएंगी। पंचायत समित मुख्यालयों पर फोलोअप एवं जिला स्तर के रेफरल शिविरों में मेडिकल बोर्ड के माध्यम से जांच करवाकर दिव्यांगों को यूडीआईडी प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे। इन शिविरों के सफल आयोजन के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य, आयुर्वेद विभाग के सहायक निदेशक, महिला एवं बाल विकास विभाग उपनिदेशक, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक को निर्देश प्रदान किए गए हैं। साथ ही जिला परिषद सीईओ को समन्वयक अधिकारी तथा सीएमएचओ को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
इसी प्रकार ब्लॉक स्तर पर उपखंड अधिकारी को समन्वयक अधिकारी तथा खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।