रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] चायनीज मांझे की बिक्री रोकने में जहां प्रशासन फैल नजर आया है, वहीं दूसरी ओर इसकी चपेट में आने से बच्चों सहित बड़े चोटिल भी हुए हैं। कहने को तो प्रशासन बाजार में चायनीज मांझे को जब्त करने के नाम पर खानापूर्ति कर रहा है, तो वहीं कुछ युवा धड़ल्ले से इसे गलियों से लेकर गुजरते हुए नजर आ रहे हैं, जो प्रशासन की नाकामी को दर्शाता है। चायनीज मांझा पशु, पक्षियों के साथ-साथ आमजन के लिए खतरा बना हुआ है और इसी खतरे से शिकार हुए तीन बच्चों सहित पांच लोग जिला अस्पताल पहुंचे। हालांकि अस्पताल प्रशासन ने आउटडोर में ही इन लोगों का उपचार कर छुट्टी दे दी। मिली जानकारी के अनुसार रेलवे कॉलोनी निवासी आठ वर्षीय रोहित पुत्र रामसिंह, शहर के वार्ड 43 निवासी 12 वर्षीय शिवम पुत्र अमरचंद, शहर के वार्ड संख्या सात निवासी 23 वर्षीय साहिल पुत्र मोहम्मद एवं राजलदेसर के वार्ड 9 निवासी 10 वर्षीय दीपांशु पुत्र रमेश सहित पांच लोग घायल हो गए, जिनका जिला अस्पताल में उपचार किया गया। दीपांशु राजलदेसर अस्पताल से रैफर होकर रतनगढ़ आया था। इन लोगों में किसी के हाथ, तो किसी के पैर में चायनीज मांझे से चोट आई है। गनीमत यह है कि क्षेत्र में अभी तक कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।