चूरू जिला प्रमुख की गिरफ्तारी के विरोध में दिया सांकेतिक धरना
चूरू जिला प्रमुख हरलाल सहारण की फर्जी अंकतालिका मामले में गिरफ्तारी के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी, प्रतिपक्ष नेता राजेंद्र राठौड़, पूर्व सांसद रामसिंह कस्वां, रतनगढ़ विधायक अभिनेष महर्षि, युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष अशोक सैनी, महावीर पूनियां, राकेश जांगिड़ आदि की अगुवाई में गढ़ के आगे सांकेतिक एकदिवसीय धरना दिया गया। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी ने कहा कि कहा कि हरलाल सहारण की गिरफ्तारी अदालत का निर्णय नहीं है सरकार का निर्णय है। प्रधान हरलाल सहारण को अवैधानिक रूप से किये गये गिरफ्तारी मामले को लेकर प्रदेश स्तर तक धरना प्रदर्शन व आन्दोलन किया जायेगा। प्रतिपक्ष उप नेता राजेंद्र राठौड़ ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 4 महीने पुरानी सरकार से आम जनता ऊब चुकी है। थाने कचहरी नीलाम हो रहे हैं। चारों और भ्रष्टाचार का बोलबाला है। राठौड़ ने जिला प्रमुख की गिरफ्तारी को अवैधानिक बताते हुए कहा कि जिस बोर्ड की डिग्री 2008 से 2012 के बीच मान्य थी लेकिन 2014 की डिग्री को लेकर सरकार ने द्वेषता पूर्ण कार्रवाई करते हुए मामला न्यायालय में विचाराधीन होते हुए भी गिरफ्तार किया जाना सरकार की हठधर्मिता है। राजेंद्र राठौड़ ने कहा प्रदेश में बलात्कार, हत्या, चोरी, डकैती प्रकरणो में चालान भी पेश नहीं हुए वहीं आईजी की टीम अवैधानिक कार्यवाही करते हुए गिरफ्तार किया। भाजपा इस अन्याय को सहन नहीं करेगी। पूर्व सांसद रामसिंह कस्वां पूरी कार्यवाही को अवैधानिक बताते हुए कांग्रेस सरकार को जनहित के मुद्दे पर असफल बताया। इस अवसर पर रतनगढ़ विधायक अभिनेष महर्षि ने कहा कांग्रेस सरकार को किसान, बेरोजगार, मजदूर, महिला किसी की चिंता नहीं है।
-हैड कांस्टेबल है एसपी पर अफसर राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि आईजी कांग्रेस के एजेंट बनकर काम कर रहे है। आईजी टीम का हैड कांस्टेबल एसपी पर अफसर बने हुए है। हालात ये है कि तारानगर के दो पुलिस कर्मचारी जिले का एसपी ऑफिस चला रहे है। अब ये नहीं चलने वाला है, चुनाव हो चुके है और अब जनता की लड़ाई मैदान में डटकर लड़ी जाएगी। राठौड़ ने गत दिनों ओरियंटल बैंक के खाताधारी के हरियाणा में एटीएम से पैसे निकालने का मामला उठाया और कहा कि थानेदार मामला दर्ज नहीं करते है, कैसा प्रशासन है। सभा के बाद राज्यपाल के नाम तहसीलदार को जिला प्रमुख के खिलाफ की गई कार्रवाई का विरोध जताते हुए ज्ञापन सौंपा गया। वहीं बाजार बंद को भी मिला-जुला असर रहा।