जिले में बुधवार से प्रारम्भ हुई देश की 27 वीं तथा राजस्थान की दूसरी सैनिक स्कूल जिले के लिए बहुत बडी सौगात के तौर पर उभरी है। सैनिकों और शहीदों के जिले के नाम से विख्यात इस जिले को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो सौगात दी है वे काबिले तारिफ है। यह बात बुधवार को सांसद संतोष अहलावत ने डाईट परिसर में अस्थाई रूप से संचालित होने वाली सैनिक स्कूल के उद्घाटन समारोह के दौरान कही।
सांसद अहलावत ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में जिला हमेशा अव्वल स्थान पर रहता है अब देश सेवा में उच्च अधिकारियों के पदों पर भी जिले के नौजवान अपना हुनर दिखा पाएंगे। सांसद ने स्कूल को एक एम्बूलेंस भी भेंट करने की घोषणा की। इस अवसर पर सांसद ने नवआगंतुक विद्यार्थियों का तिलक लगाकर स्वागत किया और उनको उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
सैनिक स्कूल के प्राचार्य लेफ्टिनेट कर्नल वरूण वाजपेयी ने बताया कि स्कूल का समय 5.30 बजे से 10 बजे तक रखा गया है, जिसमें शिक्षा के साथ-साथ विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 22 मई को स्कूल का विधिवत उद्घाटन किया जाएगा। स्कूल की फीस एक लाख 23 हजार 500 रखी गई है, जिसमें रहने, खाने, गणवेश सहित सभी सुविधाएं मुहिया करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि सैनिक स्कूल में 70 प्रतिशत राजस्थान राज्य के तथा 30 प्रतिशत अन्य राज्यों के विद्यार्थियों का रजीस्ट्रेशन किया जायेगा जिला कलेक्टर यादव ने बताया कि जिले में सैनिक स्कूल खुलने से प्रतिभाओ को अपना हुनर दिखाने का अवसर प्राप्त होगा। इस अवसर पर डाईट प्रार्चाय सुभाष मालावत, अति. जिला शिक्षा अधिकारी अम्मीलाल मूंड भी उपस्थित थे।