प्रभारी मंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने वीसी के जरिए ली अधिकारियों की बैठक,
चूरू, तकनीकी शिक्षा, संस्कृत शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, आयुर्वेद और भारतीय चिकित्सा, सूचना एवं जनसम्पर्क राज्यमंत्री तथा प्रभारी मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा है कि कोविड महामारी के समय में चिकित्सा सुविधाओं, जांच एवं अन्य प्रबंधन में राजस्थान ने एक मिसाल पेश की है। सभी प्रशासनिक एवं चिकित्सा-स्वास्थ्य अधिकारी यह कोशिश करें कि जिले के अस्पतालों का मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर मजबूत हो। प्रभारी मंत्री डॉ गर्ग आज सोमवार को जिला प्रभारी सचिव डॉ. नीरज के पवन, जिला कलक्टर संदेश नायक के साथ जिला मुख्यालय स्थित जन सुविधा केंद्र से वीसी के जरिए ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। उन्होंने कोविड नियंत्रण सहित विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं, पानी-बिजली आपूर्ति, टिड्डी नियंत्रण, फसल बीमा सहित विभिन्न बिंदुओं की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए। इस मौके पर प्रभारी मंत्री ने सभी एसडीएम, बीसीएमओ एवं अन्य ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों से फीडबैक लिया और कहा कि कोविड महामारी को देखते हुए राज्य सरकार ने दो वर्ष का विधायक निधि का पैसा केवल स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती के लिए ही खर्च करने का निर्णय लिया है। ऎसे में उपखंड अधिकारी समुचित मॉनीटरिंग करते हुए यह सुनिश्चित करें कि उनके क्षेत्र के सभी अस्पतालों में मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर मजबूत हो। उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल सहित सभी उपखंड मुख्यालयों पर अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस नेगेटिव इन्फेक्टेड एंबुलैंस होनी चाहिए, जिसमें किसी प्रकार के संक्रमण की संभावना नहीं हो। इसके अलावा जिला एवं उप जिला अस्पतालों में पर्याप्त डायलिसिस मशीनें हों, ताकि गरीब व्यक्ति को उपचार के समय दिक्कत नहीं हो। उन्होंने कहा कि एसडीएम और बीसीएमओ मिलकर अपने अस्पतालों की आवश्यकताओं के अनुसार प्रस्ताव तैयार करें और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को अवगत करवाएं। उन्होंने उपखंड अधिकारियों एवं कृषि अधिकारियों से कहा कि बीमा कंपनियां किसी प्रकार की अनियमितता नहीं कर सकें तथा किसानों के हितों के साथ किसी प्रकार की खिलवाड़ नहीं हो, इसके लिए फसल बीमा के 2020 के नोटिफिकेशन को स्वयं पढें तथा गारंटेड उपज मूल्य, क्रॉप कटिंग आदि के बारे में स्वयं अपडेट होकर किसानों को बीमा के लिए प्रेरित करते हुए जागरुक करें। टिड्डी नियंत्रण के लिए समुचित उपाय करें। उन्होंने सीईओ एवं विकास अधिकारियों से कहा कि महानरेगा में लोगों को समुचित ढंग से रोजगार दें और नरेगा कार्यस्थलों पर छाया, पानी की समुचित सुविधाएं उपलब्ध कराएं। सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें। उन्होंने पेयजल आपूर्ति की समीक्षा करते हुए कहा कि अधिकारी सघन मॉनीटिंरंग करते हुए सुनिश्चित करें कि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने कहा कि ऎसे छोरवर्ती गांवों में जहां पानी नहीं पहुंच रहा हो, टैंकर आदि के जरिए लोगों को पेयजल मुहैया करवाएं। जिन किसानों के डिमांड नोटिस की राशि जमा हो गई है, उनके कृषि विद्युत कनेक्शन तत्काल करें और पेंडेंसी को जीरो करें। राजगढ़ क्षेत्र में बिजली चोरी पर अंकुश के लिए उन्होंने विशेष अभियान पर जोर दिया। प्रभारी सचिव डॉ नीरज के. पवन, जिला कलक्टर संदेश नायक ने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए और कहा कि उपखंड अधिकारी सक्रिय एवं सतर्क रहकर काम करें। रतनगढ़ विधायक अभिनेष महर्षि ने वहां के आईटी सेंटर से प्रभारी मंत्री को स्थानीय समस्याओं से अवगत कराया। इस दौरान जिला मुख्यालय स्थित वीसी रूम में एडीएम रामरतन सौंकरिया, सीईओ आर एस चौहान, एसीईओ डॉ नरेंद्र चौधरी, एसडीएम अवि गर्ग, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय, सीएमएचओ डॉ भंवर लाल सर्वा, पीएमओ डॉ गोगाराम सहित अधिकारीगण मौजूद रहे। पंचायत समिति आईटी केन्द्रों से एसडीएम, बीडीओ, बीसीएमओ आदि अधिकारियों ने फीडबैक दिया। इससे पूर्व प्रभारी मंत्री डॉ गर्ग, प्रभारी सचिव डॉ नीरज के पवन, जिला कलक्टर संदेश नायक सहित अधिकारियों ने राज्य स्तरीय कोरोना जागरुकता अभियान के वर्चुअल उद्घाटन कार्यक्रम में वीसी के जरिए भाग लिया।