अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के तहत
झुंझनूं, अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के तहत झुंझनूं जिले के तहसील कार्यालयों पर 9 अगस्त क्रांति दिवस पर गिरफ्तारी आंदोलन करेगी । यह निर्णय आज संघर्ष समन्वय समिति के घटक संगठनों के पदाधिकारियों की शिक्षक भवन में आयोजित बैठक में लिया गया । भारत छोङो आंदोलन दिवस पर ” कारपोरेट भगाओ, किसान बचाओ ” नारे के साथ देशभर के अढाई सौ किसान संगठन , ट्रेड यूनियन व छात्र नौजवान संगठन मोदी सरकार की किसान, मजदूर, छात्र- नौजवान विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष का बिगुल फुकेंगे । मोदी सरकार द्वारा लाये जा रहे तीन किसान विरोधी अध्यादेशों कृषि उपज, वाणिज्य एवं व्यापार( संवर्धन और सुविधा) अध्यादेश 2020, मूल्य आश्वासन पर (बंदोबस्ती और सुरक्षा) समझौता कृषि सेवा अध्यादेश 2020, आवश्यक वस्तु अधिनियम ( संशोधन ) 2020 को वापस लेने, किसानों के संपूर्ण कर्जमुक्ति का कानून पास करने, कोरोना दौर का सभी किसानों का रबी फसल का कर्ज माफ करने, समूहों के कर्ज माफ करने, उनकी वसूली पर रोक लगाने, प्रत्येक फसल, सब्जी, फल, और दूध का एम एस पी कम से कम सी – 2 लागत से पचास फीसदी अधिक घोषित करने, इस दाम पर फसल खरीद की गारंटी करने, खरीद न करने पर फौजदारी जुर्म घोषित करने, डीजल का रेट आधा करने, बिजली बिल 2020 वापस लेने,कोरोना दौर का किसानों, छोटे दुकानदारों, छोटे उद्यमियों व आमजन का बिजली बिल माफ करने, इस साल किसान के हुए नुकसान की भरपाई करने, देश में किसानों, आदिवासियों की खेती की जमीन कंपनियों को देने पर रोक लगाने, जंगल की जमीन कैम्पा कानून के नाम पर जबरन प्लांटेशन लगाना बंद करने, मनरेगा के तहत 200 दिन की गारंटी करने न्यूनतम मजदूरी की दर से भुगतान करने आदि मांगों को लेकर व नई शिक्षा नीति के खिलाफ जन आंदोलन का आगाज किया जावेगा तथा जेल भरो आन्दोलन के साथ प्रधानमंत्री का पुतला दहन भी किया जावेगा । आज बैठक में कामरेड फूलचंद ढेवा, कामरेड फूलचंद बर्वर ,कामरेड विधाधर गिल, कामरेड रामचन्द्र कुलहरि, कामरेड सुमेर सिंह बुडानिया, कामरेड इंद्राज सिंह चारावास, कामरेड मदन यादव, कैलाश यादव, कप्तान मोहन लाल, कप्तान विधाधर, कामरेड फूलचंद बुडानिया, कामरेड पंकज गुर्जर, एडवोकेट बजरंग लाल, कामरेड विजेन्द्र कुलहरि आदि थे ।