झुंझुनू का शिव भक्त 12 ज्योतिर्लिंगों की पैदल यात्रा पर कल से निकलेगा
8728 किलोमीटर लंबी यह पैदल यात्रा पूरी करने का लक्ष्य शिवभक्त सुभाष ने 200 दिनों का रखा है यानी कि लगभग 6 माह और 20 दिन का
यकायक ही जगी सुभाष के मन में शिव भक्ति की ज्योत
झुंझुनू, शिव की महिमा निराली और अपरंपार है कैसे कब और किस के मन में भक्ति की लौ जला दे यह समझना मुश्किल है। झुंझुनू का सुभाष नायक कल सुबह राष्ट्रीय स्वयं संघ के कार्यालय से अपनी पैदल यात्रा 12 ज्योतिर्लिंगों के लिए शुरू कर रहा है। सुभाष ने जानकारी देते हुए बताया कि संघ कार्यालय से अपनी यात्रा शुरू करेंगे। बगड़, चिड़ावा, सूरजगढ़ होते हुए सबसे पहले वह उत्तराखंड के केदारनाथ धाम पहुंचकर भोले बाबा को शीश नवायेगे। उसके बाद क्रमश काशी, वैद्यनाथ, मल्लिकार्जुन, रामेश्वरम, भीमाशंकर, त्रंबकेश्वर, घंटेश्वर, ओमकारेश्वर, महाबलेश्वर, नागेश्वर और समापन सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन के साथ करेंगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 8728 किलोमीटर लंबी यह पैदल यात्रा पूरी करने का लक्ष्य शिवभक्त सुभाष ने 200 दिनों का रखा है यानी कि लगभग 6 माह और 20 दिन का। वही उनका कहना है कि उनके बेटे का जन्मदिन 15 जनवरी को है उससे पहले ही वह यात्रा पूरी करके आएंगे चाहे उन्हें अतिरिक्त दुरी पैदल यात्रा प्रतिदिन क्यों न करनी पड़े। वही जो लोग जिम्मेदारियों का बहाना बनाकर भगवान की भक्ति से दूर रहते हैं उनके लिए भी यह सबक की बात है अपने परिवार की पूरी जिम्मेदारी सुभाष नायक पर है और वह सात बहनों के अकेले भाई हैं। हर साल उन्हें पांच छः भात भरने होते हैं। साथ ही सुभाष दो बेटों के पिता भी हैं और वेन सर्विस सिक्योरिटी नाम से अपनी कंपनी के काम को भी देखते हैं लेकिन इसके बावजूद भी शिव भक्ति की धुन ऐसी सवार हुई थी उन्होंने 12 ज्योतिर्लिंगों का पैदल ही जाकर दर्शन करने की ठान ली। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों उनके परिवार वाले लगभग जबरदस्ती उनको केदारनाथ धाम लेकर गए थे। जहां पर उन्होंने दुर्गम चढ़ाई को पैदल ही तय किया था उसके बाद उनके मन में ऐसी शिव धुन जगी कि जिसके चलते उन्होंने 12 ज्योतिर्लिंगों का पैदल ही दर्शन करने का कठिन बीड़ा उठा लिया। सुभाष का कहना है कि उनके इस कदम के चलते आने वाली पीढ़ी को सनातन धर्म के प्रति प्रेरणा मिलेगी।